Jammu: आष्युमान कार्ड बनाना बन रहा सिरदर्द; पंजीकरण करवाने के लिए उमड़ रही भीड़, सूचियों में नाम नहीं
गांधीनगर में पंजीकरण केंद्र प्रभारी सुरेश कुमार का कहना है कि हम पोर्टल पर पंजीकृत करते हैं। सूची में जिसका नाम हो उसी को आगे बढ़ाया जाता है। बेशक बहुत से लोगों के नाम सूचियों में नहीं दिख रहे। विभाग जल्द सूचियों को अपडेट करेंगे।
जम्मू , जागरण संवाददाता: आष्युमान योजना में पंजीकृत करवाना बहुत से लोगों के लिए सिरदर्द बन गया है। उनके नाम ही सूचियों में नहीं मिल रहे। कभी एक तो कभी दूसरे शिविर का दौरा कर लोग बेहाल हो रहे हैं। शिविरों में भीड़ के चलते पर्याप्त जानकारी नहीं मिल रही। लोग विभिन्न कम्युनिटी सर्विस सेंटरों में भी सूचियों में नाम खंगाल रहे हैं लेकिन सिर्फ मायूसी हाथ लग रही है।
आयुष्मान भारत-प्रधानमंत्री जन अरोग्य योजना की तर्ज पर जेएंडके हेल्थ स्कीम को शुरू कर हर किसी को पांच लाख रुपये का स्वास्थ्य बीमा देने की घोषणा के बाद से लोग पंजीकरण करवाने के लिए उत्सुक हैं। जैसे ही इसके लिए शिविर लगना शुरू हुए तो लोगों की भीड़ इनमें उमड़ना शुरू हो गई। हालांकि योजना आयुष्मान भारत की तर्ज पर है, इसके बावजूद आयुष्मान का नाम देकर योजना का कहीं न कहीं राजनीतिकरण भी किया जा रहा है। अधिकतर भाजपा नेताओं ने तो लोगों के घरों से उनके दस्तावेज प्राप्त किए हैं ताकि कार्ड बनवा कर देने का श्रेय लिया जा सके।
जम्मू शहर में दो सौ से ज्यादा स्थानों पर आयुष्मान योजना पंजीकरण किया जा रहा है। लोगों का कहना है कि उनका नाम राशन कार्ड, आधार कार्ड में है तो फिर सूची में क्यों नहीं दिख रहा। सूचियों को अपडेट क्यों नहीं किया गया। त्रिकुटा नगर एक्सटेंशन के रहने वाले बलवीर सिंह का कहना है कि वह पांच-छह बार केंद्र का चक्कर लगा चुके हैं। उनका नाम सूची में नहीं आया। पंजीकरण करने बैठे कर्मचारी कुछ दिनों में नाम शामिल हो जाने की बात कहते हैं। तालाब तिल्लो के राेशन लाल का कहना है कि उनके परिवार के कुछ लोगों के नाम मिले हैं लेकिन उनका व पत्नी तथा बच्चों का नाम सूची में नहीं अाया जबकि वर्षों से वे राशन कार्ड व आधार कार्ड बनवाए हुए हैं।
सूचियां अपडेट होने से मिलेगी राहत: गांधीनगर में पंजीकरण केंद्र प्रभारी सुरेश कुमार का कहना है कि हम पोर्टल पर पंजीकृत करते हैं। सूची में जिसका नाम हो, उसी को आगे बढ़ाया जाता है। बेशक बहुत से लोगों के नाम सूचियों में नहीं दिख रहे। विभाग जल्द सूचियों को अपडेट करेंगे। उसके बाद नाम दिखने लगेंगे और साथ-साथ पंजीकरण होता जाएगा। इस योजना के तहत हर किसी का पंजीकरण होगा।
30 लाख ही हैं पंजीकृत: उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने 18 सितंबर को आयुष्मान भारत-प्रधानमंत्री जन अरोग्य योजना की तर्ज पर जेएंडके हेल्थ स्कीम को मंजूरी दी थी। इसके तहत हर परिवार का पांच लाख रुपये तक का स्वास्थ्य बीमा रहेगा। बीमारी की सूरत में परिवार को एक साल में पांच लाख रुपये तक का इलाज करवाने की सुविधा रहनी है। उन्होंने कहा था कि इस योजना से जम्मू-कश्मीर की 1.25 करोड़ की आबादी को लाभ देना है। अभी तक 30 लोग ही आष्युमान योजना के तहत अधीन थे। जिन लोगों के आयुष्मान कार्ड बने हैं, उनका भी दोबारा पंजीकरण होना है।