DDC Elections : जम्मू-कश्मीर के डीडीसी चुनावों में ड्रोन से मतदान केंद्रों पर नजर रखी जाएगी
केंद्रशासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर में पहली बार होने जा रहे आगामी जिला विकास परिषद पंचायती उपचुनाव और शहरी स्थानीय निकाय के चुनावों में देश विरोधी ताकतों पर नजर रखने के लिए ड्रोन का इस्तेमाल किया जाएगा ताकि मतदान केंद्रों और इसके आसपास के क्षेत्र में पैनी नजर रखी जा सके।
जम्मू, जेएनएन । केंद्रशासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर में पहली बार होने जा रहे आगामी जिला विकास परिषद, पंचायती उपचुनाव और शहरी स्थानीय निकाय के चुनावों में देश विरोधी ताकतों पर नजर रखने के लिए ड्रोन का इस्तेमाल किया जाएगा ताकि मतदान केंद्रों और इसके आसपास के क्षेत्र में पैनी नजर रखी जा सके।
जम्मू-कश्मीर में होने वाली आगामी चुनाव सरकार के लिए कड़ी चुनौती है और इसमें वह किसी भी तरह की कोई भी कोताही नहीं बरतना चाहती है। यही वजह है कि आगामी चुनावों को शांतिपूर्ण ढंग से आयोजित करने के लिए अभी से सभी सुरक्षा एजेंसियों के बीच बैठकें कर आगामी रणनीति की तैयारी में जुट गई हैं।
कश्मीर में आज केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल के सलाहकार आरआर भटनागर और पुलिस महानिदेशक दिलबाग सिंह ने आगामी जिला विकास परिषद, पंचायतों और शहरी स्थानीय निकायों के चुनावों के मद्देनजर पुलिस नियंत्रण कक्ष कश्मीर में बैठक कर सुरक्षा योजनाओं और तैयारियों की समीक्षा की।
पुलिस महानिदेशक दिलबाग सिंह ने कहा कि जम्मू-कश्मीर में लोकतांत्रिक प्रक्रिया को आतंकवादी बाधित करने की कोशिश करेंगे। ऐसी संभावना के मद्देनजर सभी को और अधिक सतर्क रहने की आवश्यकता है। उन्होंने मतदान केंद्रों और इसके आसपास की स्थिति पर नजर रखने के लिए ड्रोन का प्रभावी उपयोग करने पर जोर दिया। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि वे जमीनी हकीकत पर निगरानी रखें ओर यह सुनिचिश्त करें कि लोग अागामी चुनावाें में अपने मताधिकार का स्वतंत्र रूप से उपयोग कर सकें।
उपराज्यपाल के सलाहकार भटनागर ने जम्मू-कश्मीर में शांति, स्थिरता और कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए जम्मू-कश्मीर पुलिस और अन्य सैन्य बलों की प्रशंसा की। उन्होंने चुनाव के शांतिपूर्ण संचालन के लिए प्रदेश में विभिन्न सुरक्षा एजेंसियों के बीच समन्वय बनाए रखने की आवश्यकता पर बल दिया। बैठक में कश्मीर के आइजी विजय कुमार, सीआरपीएफ की आइजी चारू सिन्हा, डीआइजी सीकेआर अमित कुमार सहित विभिन्न सुरक्षा एजेंसियों के वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद थे।