कोविड की किसी भी स्थिति से निपटने के लिए डीआरडीओ अस्पताल तैयार, मंडलायुक्त ने जांची व्यवस्था
सीडी अस्पताल से भी कोविड के मरीजों को यहां पर भेजा जाता है। मंडलायुक्त ने निर्देश दिए कि वह यात्रियों के लिस आइसोलेशन सुविधा तैयार करे। उन्होंने एडिशनल डिप्टी कमिश्नर को निर्देश दिए कि वे यात्री निवास में जाएं और वहां पर तीमारदारों के लिए सभी सुविधाएं सुनिश्चित बनाएं।
जम्मू, राज्य ब्यूरो : जम्मू के मंडलायुक्त डा. राघव लंगर ने शुक्रवार को डीआरडीओ अस्पताल का दौरा कर वहां पर कोविड के मरीजों के लिए उपलब्ध सुविधाओं का जायजा लिया। उन्होंने संबंधित अधिकारियों के साथ बैठक भी की। मंडलायुक्त ने अस्पताल में सुविधाओं के अलावा मेडिकल आक्सीजन, पेयजल, बिजली व्यवस्था, सड़क और स्टाफ की स्थिति के बारे में भी जानकारी ली। अस्पताल के मेडिकल सुपरिटेंडेंट डा. नरेंद्र भूटेयाल ने मंडलायुक्त को बताया कि अस्पताल में अब सभी जरूरी स्टाफ है। इसके अलावा उन्होंने लेबेारेटरी, वार्ड व अन्य सभी सुविधाओं के बारे में बताया।
उन्होंने कहा कि कोविड की किसी भी प्रकार की स्थिति के लिए अस्पताल पूरी तरह से तैयार है। सरकार ने इस अस्पताल को कोविड के मरीजों और विदेश से आने वाले संक्रमितों के लिए आरक्षित किया है। उन्होंने बताया कि इस समय अस्पताल में 54 मरीज अपना इलाज करवा रहे हैं। यह अस्पताल भी ट्राइेज सुविधा में आता है। सीडी अस्पताल से भी कोविड के मरीजों को यहां पर भेजा जाता है। मंडलायुक्त ने जिला प्रशासन को निर्देश दिए कि वह यात्रियों के लिस आइसोलेशन सुविधा तैयार करे। उन्होंने एडिशनल डिप्टी कमिश्नर को निर्देश दिए कि वे यात्री निवास में जाएं और वहां पर तीमारदारों के लिए सभी सुविधाएं सुनिश्चित बनाएं।
पेयजल पर उन्हें बताया गया कि इसके लिए अलग से पाइपलाइन अस्पताल में बिछाई गई है। मेडिकल आक्सीजन के मुद्दे पर उन्हें बताया गया कि 500 बिस्तरों वाले इस अस्पताल में आइसीयू सहित सभी बिस्तरों में आक्सीजन की व्यवस्था है। उन्होंने सभी बस्तरों पर आक्सीजन सप्लाई की जांच करने को कहा। चीफ इंजीनियर ने बताया कि लिक्यूड आक्सीजन प्लांट पूरी तरह से काम कर रहा है। सक्शन लाइन और आटोमैटिक वोल्टेज रेगुलेटर के लिए काम चल रहा है।
उन्होंने दोनों ही काम 31 जनवरी तक पूरा करने के निर्देश दिए। मंडलायुक्त को बताया कि अस्पताल में वेंटीलेटर, मोनीटर, फार्मेसी, डायग्नोस्टिक सुविधा, एक्सरे, सिटी स्कैन सभी कुछ है। कोरोना के मामले आने के बाद 47 डाक्टरों को नियुक्त किया गया है। उन्होने अस्पताल से कोई भी जरूरत होने पर तुरंत जानकारी देने को कहा। उन्होंने अस्पताल में सभी 125 वेंटीलेटर का एक साथ टेस्अ करने को कहा।