नाटक बालक के साथ नटरंग नाट्योत्सव का आगाज
जागरण संवाददाता, जम्मू : नटरंग के आठवें नाट्योत्सव का आगाज मुंशी प्रेमचंद के लिखे नाटक बा
जागरण संवाददाता, जम्मू : नटरंग के आठवें नाट्योत्सव का आगाज मुंशी प्रेमचंद के लिखे नाटक बालक के साथ हुआ। नटरंग स्टूडियो में आयोजित इस नाट्योत्सव के पहले दिन मंचित इस नाटक का निर्देशन नीरज कांत ने किया।
नाटक में एक लेखक के नौकर गंगू की कहानी बताई गई जो एक विधवा औरत गोमती से शादी करने के लिए लेखक की नौकरी छोड़ देता है। गोमती इससे पहले तीन बार शादी कर चुकी है लेकिन वह किसी के साथ रह नहीं पाई। लोग उसे बुरी महिला समझते हैं लेकिन गंगु गोमती की सादगी को पसंद करता है। गंगु गोमती से शादी करता है लेकिन कुछ दिन बाद गोमती उसे छोड़ कर कहीं चली जाती है। लोग इसे गंगु की किस्मत कहते हैं लेकिन गंगु को लगता है कि गोमती उसे किसी मजबूरी में छोड़ कर गई होगी। कुछ दिन बाद गंगु लेखक के घर पहुंचता है और बताता है कि गोमती घर लौट आई। दरअसल गोमती एक बच्चे को जन्म देने के लिए कहीं चली जाती है क्योंकि वह बच्चा गंगु का नहीं था। गंगु को जब यह पता चलता है तो वह उसे बच्चे के साथ ही गोमती को लेकर आ जाता है। इस तरह से गंगु ने गोमती के प्रति अपने सच्चे प्यार को दर्शाया। नाटक में शिवम ¨सह, सुशांत ¨सह, आरती देवी, मनोज ललोत्रा और अजय ललोत्रा ने अभिनय किया।