Jammu Kashmir: डॉ. सुमन कोतवाल ने मधुमेह रोगियों को दी सलाह- अपने ब्लड शूगर स्तर को नियंत्रित रखें
यह उन मरीजों में हो रहा है जो डाक्टर की सलाह के बगैर स्टेरायड ले रहे हैं। कई बार स्टेरायड कोविड के बगैर भी मरीजों को दिए जाते हैं। कोविड के मरीजों में यह भी देखा गयरा है कि ठीक होने के बाद भी उनमें ब्लैक फंगस हो रहा है।
जम्मू, राज्य ब्यूरो: राजकीय मेडिकल कालेज जम्मू में एंडोक्रेनालोजिस्ट डॉ. सुमन कोतवाल ने मधुमेह रोगियों से अपना ब्लड शूगर स्तर नियंत्रण में रखने की सलाह दी है। उन्होंने कहा कि कोविड के मरीजों की मौत का एक बड़ा कारण मधुमेह भी है।
डॉ. कोतवाल ने ऐसे सभी मरीजों को समय पर अपनी दवाएं लेने और सभी दवाइयां घर में पर्याप्त मात्रा में रखने को कहा। उन्होने कहा कि मधुमेह रोगियेां के लिए यह अच्छा नहीं है कि वे बार-बार बाजार में जाकर अपनी दवाएं लाएं। इससे संक्रमण की आशंका और बढ़ती है।
अगर उन्हें स्वास्थ्य परामर्श की जरूरत पड़ती है तो टेलीफोन पर डॉक्टर से संपर्क कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि अगर मधुमेह का कोई मरीज संक्रमित हो भी जाता है तो उसे डरने की जरूरत नहीं है। अगर कुछ मामलों में ब्लड शूगर का स्तर बढ़ता है तो इसे इंसूलीन की मदद से नियंत्रित किया जा सकता है।
उन्होंने कहा कि कुछ मरीजों को उपचार के दौरान भी ब्लड शूगर का स्तर बढ़ने के मामले आएहें लेकिन वे फिर से सामान्य हो सकते हैं। उन्होंने कहा कि ब्लैक फंगस कोविड से सीधा जुड़ा हुआ नहीं है। यह अधिक ब्लड शूगर, कैंसर या फिर अंग प्रत्यारोपण के कारण इम्यूनिटी कम होने के कारण भी हो सकता है।
यह कोविड के उन मरीजों में हो रहा है जो कि स्वयं डॉक्टर की सलाह के बगैर स्टेरायड ले रहे हैं। कई बार स्टेरायड कोविड के बगैर भी मरीजों को दिए जाते हैं। कोविड के मरीजों में यह भी देखा गयरा हैकि ठीक होने के बाद भी उनमें ब्लैक फंगस हो रहा है। ब्लैक फंगस एक दूसरे को छूने से नहीं होता।