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तीसरी लहर से निपटने के लिए जीएमसी जम्मू पूरी तरह से तैयार: डा शशि सूदन

राजकीय मेडिकल कॉलेज जम्मू की प्रिंसिपल डा. शशि सूदन ने कोरोना की तीसरी लहर से बचाव के लिए ढांचागत सुविधाओं का विस्तार किया जा रहा है। आठ सौ से अधिक स्वास्थ्य कर्मियों की नियुक्ति की गई है। उपकरण और मशीनरी खरीदी जा रही है।

By Vikas AbrolEdited By: Published: Fri, 02 Jul 2021 08:19 AM (IST)Updated: Fri, 02 Jul 2021 08:19 AM (IST)
तीसरी लहर से निपटने के लिए जीएमसी जम्मू पूरी तरह से तैयार: डा शशि सूदन
राजकीय मेडिकल कॉलेज जम्मू की प्रिंसिपल डा. शशि सूदन

जम्मू, राज्य ब्यूरो । राजकीय मेडिकल कॉलेज जम्मू की प्रिंसिपल डा. शशि सूदन ने कोरोना की तीसरी लहर से बचाव के लिए ढांचागत सुविधाओं का विस्तार किया जा रहा है। आठ सौ से अधिक स्वास्थ्य कर्मियों की नियुक्ति की गई है। उपकरण और मशीनरी खरीदी जा रही है। दूरदराज के क्षेत्रों में नियुक्त डाक्टरेां व अन्य स्वास्थ्य कर्मियों को प्रशिक्षित किया जा रहा है।

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सभी को अपनी जिम्मेदारी समझनी होगी तभी कोरोना को हराया जा सकता है

उन्होंने कहा कि अगर कोरोना की तीसरी लहर आती है तो वह इससे निपटने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं। उन्होंने लोगों से भी एसओपी का सख्ती के साथ पालने करने, शरीरिक दूरी बनाए रखने, हाथों को साफ करने और भीड़ इकट्ठी न करने को कहा। उन्होंने कहा कि सभी को अपनी जिम्मेदारी समझनी होगी तभी कोरोना को हराया जा सकता है। प्रिंसिपल ने कोविड में डाक्टरों की भूमिका की सराहना की। उन्होंने डाक्टरों व अन्य स्वास्थ्य कर्मियों की प्रशंसा करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की भी सराहना की।

डाक्टर्स दिवस पर कोरोना की दूसरी लहर में जान गंवाने वाले आठ सौ से अधिक डाक्टरों को याद किया

डाक्टर्स दिवस पर जीएमसी जम्मू में आयोजित एक पत्रकार वार्ता में डा. शशि सूदन ने कहा कि इस दिन कोरोना की दूसरी लहर में जान गंवाने वाले आठ सौ से अधिक डाक्टरों को याद कर रहा है। उन्होंने कहा कि राजकीय मेडिकल कॉलेज जम्मू में भी डाक्टरों, फैकल्टी सदस्यों व अन्य सभी ने कोविड में अपना सराहनीय योगदान दिया।

खतरनाक संक्रमण के बावजूद जीएमसी से सैकड़ों मरीज स्वस्थ होकर अपने घरों में वापस लौटे हैं। हमनें मरीजों को आक्सीजन की सुविधा वालेे बिस्तर उपलब्ध करवाने के अलावा निशुल्क दवाइयां, खाना हर चीज मरीज को उपलब्ध करवाई। पहले जीएमसी में सिर्फ 200 बिस्तरों में ही आक्सीजन की सुविधा थी लेकिन बाद में इसे बढ़ाकर 967 बिस्तरों तक में कर दिया गया।


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