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Jammu Kashmir : फारूक अब्दुल्ला ने कहा-हम वापस लाएंगे अनुच्छेद 370, दिलाएंगे राज्य का दर्जा

अनुच्छेद 370 से संबधित सवाल पर उन्होंने कहा कि नेशनल कांफ्रेंस जम्मू-कश्मीर को राज्य का दर्जा वापस दिलाने अनुच्छेद 370 की पुर्नबहाली के लिए हम हमेशा संकल्पबद्ध और प्रयासरत हैं। इसे लेकर हमारे स्टैंड और नीतियों में कोई बदलाव नहीं है।

By Rahul SharmaEdited By: Published: Wed, 08 Sep 2021 12:24 PM (IST)Updated: Wed, 08 Sep 2021 12:41 PM (IST)
Jammu Kashmir : फारूक अब्दुल्ला ने कहा-हम वापस लाएंगे अनुच्छेद 370, दिलाएंगे राज्य का दर्जा
केंद्र सरकार को चुनाव कराने से पहले जम्मू-कश्मीर को पूर्ण राज्य का दर्जा देने का एलान कर देना चाहिए।

श्रीनगर, राज्य ब्यूरो: नेशनल कांफ्रेंस के अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. फारुक अब्दुल्ला ने बुधवार को विधानसभा चुनावों में भाग लेने का संकेत देते हुए कहा कि हम चुनाव प्रक्रिया से दूर नहीं रहेंगे, लेकिन पहले केंद्र को जम्मू कश्मीर को पूर्ण राज्य का दर्जा बहाल करना चाहिए।

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आज यहां हजरतबल दरगाह के पास डल झील किनारे स्थित अपने पिता स्वर्गीय शेख माेहम्मद अब्दुल्ला की मजार पर उनकी 39वीं बरसी पर श्रद्धांजलि अर्पित करने के बाद पत्रकारों से बात करते हुए डॉ. फारुक अब्दुल्ला ने कहा कि मुझे नहीं मालूम कि जम्मू कश्मीर में कब विधानसभा चुनाव होंगे। जब भी यह चुनाव होंगे, हम इनका बहिष्कार नहीं करेंगे, हम इनसे दूर रहने के बजाय इन चुनावों में हिस्सा लेंगेे। चुनाव जीतेंगे भी। केंद्र सरकार को चुनाव कराने से पहले जम्मू-कश्मीर को पूर्ण राज्य का दर्जा देने का एलान कर देना चाहिए।

अनुच्छेद 370 से संबधित सवाल पर उन्होंने कहा कि नेशनल कांफ्रेंस जम्मू-कश्मीर को राज्य का दर्जा वापस दिलाने, अनुच्छेद 370 की पुर्नबहाली के लिए हम हमेशा संकल्पबद्ध और प्रयासरत हैं। इसे लेकर हमारे स्टैंड और नीतियों में कोई बदलाव नहीं है। हम अपने इस एजेंडे को पूरा करने के लिए आज भी लड़ रहे हैं। आगे भी अपनी कोशिशें जारी रखेंगे। डॉ अब्दुल्ला ने कहा कि नेशनल कांफ्रेंस जम्मू-कश्मीर के हक की लड़ाई लोगों के साथ मिलकर लड़ेगी। यदि केंद्र सरकार ने स्वयं जम्मू-कश्मीर के लोगों का हक वापस नहीं दिया तो इसके लिए आंदोलन की शुरूआत होगी। केंद्र सरकार ने हमारे साथ जो भी किया है वह धोखा ही कहा जाएगा।

अफगानिस्तान में तालिबान की सरकार के सत्तासीन होने पर उन्होंने कहा तालिबान को मानवधिकाराें का संरक्षण करना होगा। अगर वह इस्लाम के नाम पर सरकार बना रहे हैं तो उन्हें इस्लाम के बुनियादी उसूलों का पाबंद रहना चाहिए। सभी के मौलिक अधिकार सुरक्षित होने चाहिए। अल्पसंख्यकों का ध्यान रखना होगा। अपने सभी पड़ोसियों के साथ, दुनिया के अन्य मुल्कों के साथ अच्छे संबंध बनाकर रखने हाेंगे। 


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