डॉ फारूक अब्दुल्ला ने कहा- भारत-चीन मौजूदा तनाव की स्थिति आपसी बातचीत से हल करे
चीन के साथ जारी सैन्य तनाव काे बातचीत के जरिए ही हल करने का प्रयास किया जाना चाहिए। हमें युद्ध को यथासंभव टालना चाहिए।
श्रीनगर, राज्य ब्यूरो। नेशनल कांफ्रेंस के अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री डाॅ फारुक अब्दुल्ला ने कहा कि भारत-चीन काे मौजूदा तनाव आपसी बातचीत के जरिए ही हल करना चाहिए। तनाव और जंग किसी मुद्दे का हल नहीं है। प्रधानमंत्री नरेंद्र माेदी को चाहिए कि वह कूटनीतिक स्तर पर भी चीन पर बातचीत के लिए दबाव बनाएं।
डाॅ फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार को लद्दाख में आए थे। उन्हाेंने वहां सैनिकों को संबोधित किया, उनका मनोबल बढ़ाया। हमें अपने देश की एकता व अखंडता को बनाए रखने के लिए हर कदम उठाना चाहिए। यह हमारा हक भी है और हमारी जिम्मेदारी भी। उन्हें यह बात भी ध्यान में रखनी चाहिए कि युद्ध किसी समस्या का हल नहीं है। इससे तबाही ही होगी।
चीन के साथ जारी सैन्य तनाव काे बातचीत के जरिए ही हल करने का प्रयास किया जाना चाहिए। हमें युद्ध को यथासंभव टालना चाहिए। युद्ध के बजाय भारत को चीन और पाकिस्तान के साथ मिलकर कोरोना जैसी महामारी से निपटने के लिए काम करना चाहिए। पड़ोसी मुल्कों के साथ जितने बेहतर संबंध होंगे, हमारा मुल्क उतना ही खुशहाल होगा।
उन्होंने कहा कि आज नेपाल के साथ भी हमारे संबध बिगड़ रहे हैं। हमें इन कारणों काे खोजना है और उनका हल करना है। उन्हाेंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र माेदी को चाहिए कि वह कूटनीतिक स्तर पर भी अपने प्रयास तेज करें। चीन को बातचीत की मेज पर लाने के अलावा एलएसी पर उसे अपने इलाके में लौटने के लिए तैयार करना चाहिए। उन्हाेंने कहा कि सिर्फ चीन ही क्यों पाकिस्तान के साथ भी भारत को अपने सभी विवाद बातचीत से हल करने की दिशा में आगे बढ़ना चाहिए।