Jammu Kashmir: कोरोना काल में 24 घंटे एंबुलेंस सेवा उपलब्ध करा रहे वांचु, लोग कहते हैं एंबुलेंसमैन
जम्मू-कश्मीर के किसी भी हिस्से में कोई भी व्यक्ति किसी भी समय हमारे नंबर 9596008290 9622869295 और 9797666080 पर संपर्क कर सकता है। बीते अप्रैल से अब तक करीब 15 हजार रोगी हमारी एंबुलेंस सेवा का लाभ ले चुके हैं।
श्रीनगर, नवीन नवाज। किसी गंभीर रोगी के लिए एंबुलेंस की क्या अहमियत होती है, यह डाक्टर बता सकते हैं या फिर वह जिन्हें अस्पताल पहुंचने के लिए समय पर एंबुलेंस नहीं मिलती। कई बार एंबुलेंस के अभाव में मरीज घर पर या सड़क पर ही तड़प कर दम तोड़ देता है। उसके असहाय करीबी उसे मरता देखने काे मजबूर रहते हैं। कोरोना संक्रमण की बढ़ती रफ्तार में एंबुलेंस की जरुरत लगातार बढ़ती जा रही है। कश्मीर में ही नहीं जम्मू में भी लोग जब चाहें फोन कर एंबुलेंस बुला सकते हैं। यह सरकारी एंबुलेंस नहीं हैं, बल्कि एक एनजीओ की एंबुलेंस हैं, जो हर जिले में 24 घंटे उपलब्ध हैं। लोग इसका पूरा लाभ उठा रहे हैं। यही कारण है कि इस सेवा को उपलब्ध कराने वाले डॉ अमित वांचु को एंबुलेंसमैन भी कहा जाने लगा है।
समाज सेवी डॉ अमित वांचु जम्मू-कश्मीर में एचएन वांचु ट्रस्ट चलाते हैं। जम्मू-कश्मीर के इतिहास और आतंकवाद पर नजर रखने वाले एचएन वांचु को जरुर जानते हैं। एचएन वांचु मतलब हृदयनाथ वांचु कश्मीर में मानवाधिकारों के झंडा बरदार थे, जिन्हें 1990 के दौरान आतंकियों ने सिर्फ इसलिए शहीद कर दिया था क्योंकि वह कश्मीरी पंडित थे। डॉ अमित वांचु उनके ही पौत्र हैं।
आतंकियों के निशाने पर होने के बावजूद कश्मीर न छोड़ने वाले डॉ अमित वांचु ने कहा कि हम यहां पहले भी समाज के विभिन्न तबकों के लिए स्वास्थ्य शीविरों को नियमित ताैर पर अायोजन करने के अलावा एंबुलेंस सेवा उपलब्ध कराते रहे हैं। कोविड-19 का जब संकट शुरु हुआ तो हमने पाया कि दूरदराज के इलाकों में ही नहीं शहरी इलाकों में भी लोगों को समय पर अस्पताल पहुंचने के लिए एंबुलेंस नहीं मिलती। हमने फिर हर जिले के लिए निशुल्क एंबुलेंस सेवा शुरु की। संसाधन कम थे, इसलिए एंबु़लेंस का एक बेड़ा तैयार करने के लिए पुणे समेत देश के अन्य भागों की कुछ एनजीओ से भी संपर्क किया। यहां एक बेड़ा तैयार हो गया। हमारे पास अब एक नहीं लगभग हर जिले के आधार पर एक समर्पित एंबुलेंस सेवा है।
जम्मू-कश्मीर के किसी भी हिस्से में कोई भी व्यक्ति किसी भी समय हमारे नंबर: 9596008290, 9622869295 और 9797666080 पर संपर्क कर सकता है। बीते अप्रैल से अब तक करीब 15 हजार रोगी हमारी एंबुलेंस सेवा का लाभ ले चुके हैं। हमारे चालकों के नंबर वादी में प्रत्येक जिला अस्पताल में सार्वजनिक किए गए हैं। हमने प्रयास किया है कि जिस जिले में एंबुलेंस तैनात है, उसका चालक वहीं से हो ताकि आपात परिस्थितियों में वह हमेशा उपलब्ध रहे।
हमारे अपने ट्रस्ट की करीब एक दर्जन एंबुलेंस हैं, लेकिन हमने विभिन्न संगठनों और लोगों के साथ समन्वय में 100 से ज्यादा एंबुलेंस जमा की हैं जो अलग-अलग शहरोें और कस्बों में हैं। हम लोगों को एंबुलेंस उपलब्ध कराने में एक सहायक की भूमिका निभा रहे हैं। एंबुलेंसमैन पुकारे जाने पर उन्होंने कहा कि जब कुछ लोगों ने मुझे एंबुलेंसमैन कहा तो अजीब लगा था, अब अच्छा भी लगता है। हम कोरोना संक्रमितों को आवश्यक्तानुरुप ऑक्सीजन कंसनट्रेटर्स, ऑकसीमीटर, ऑक्सीजन गैस सिलेंडर भी प्रदान करते हैं। अस्पताल में उपचाराधीन या घरों में आइसोलेट लोगों को दवाओं के अलावा कई बार खाना भी उपलब्ध कराते हैं।
डॉ अमित वांचु ने बताया कि कोरोना संक्रमण को लेकर लोग बहुत डरे हुए हैं। हर तरफ लोग मदद के लिए भाग रहे हैं। इसलिए हमने एक कॉल सेंटर भी तैयार किया है। हमारे वालंटियर और साथी 24 घंटे यहां उपलब्ध रहते हैं। कॉल सेंटर पर आने वाले मदद के हर आग्रह को पूरा करने का प्रयास किया जाता है। हम इस कॉल सेंटर में लोगों को कारोनो से बचाव के उपायों से अवगत कराने के अलावा चिकित्सा परामर्श भी प्रदान करते हैं। बीच-बीच में हम कई बार मनोचिकित्सक भी बुलाते हैं जो कॉल सेंटर में आए फोन के आधार पर संबधित लोगों से संपर्क कर उन्हें कौंसलिंग प्रदान करते हैं।