फर्जी प्रमाण पत्र पर हासिल किया कुत्तों की नसबंदी का ठेका
डॉ. सागर गडेज ने कुत्तों की नसबंदी का ठेका जिस अनुभव प्रमाण पत्र के दम पर हासिल किया, वो फजीर् था।
जम्मू, जेएनएन। शहर में कुत्तों की नसबंदी का ठेका फर्जी प्रमाण पत्र के आधार पर हासिल किया गया था। क्राइम ब्रांच ने चीफ जूडिशियल मजिस्ट्रेट जम्मू के सामने इस बात की पुष्टि करते हुए कहा है कि डॉ. सागर गडेज ने जम्मू नगरनिगम के अधीन आने वाले 71 वार्डों में कुत्तों की नसबंदी का चार करोड़ रुपये का ठेका जिस अनुभव प्रमाण पत्र के दम पर हासिल किया, वो प्रमाण पत्र महाराष्ट्र की संस्था सोसायटी फार प्रीवेंशन आफ क्रूयेल्टी टू एनिमल के सचिव की ओर से जारी नहीं किया गया था। क्राइम ब्रांच ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि डॉ. सागर ने वर्ष 2015-16 में उक्त सोसायटी के साथ काम अवश्य किया लेकिन सोसायटी के सचिव की ओर से उन्हें कोई प्रमाण पत्र जारी नहीं किया गया था। डॉ. सागर ने अनुभव प्रमाण पत्र के आधार पर नगरनिगम से चार करोड़ रुपये का ठेका हासिल किया था लेकिन पशु कल्याण के लिए कार्य कर रही हेमलता ने इसे लेकर शिकायत दर्ज करवाई थी।
पशु कल्याण के लिए काम करने वाले हेमलता ने कोर्ट में यह शिकायत दर्ज की थी कि नगर निगम जम्मू ने डा. सागर ने चार करोड़ रुपये का टेंडर दो वर्ष के लिए जारी किया है। इस टेंडर के तहत कंपनी शहर के सभी 71 वार्ड में पशुओं के जन्म पर नियंत्रण पाने तथा एंटी रेबीज की दवाईयां उपलब्ध करवाने का काम सौंपा गया है। टेंडर की शर्त थी कि काम हासिल करने वाले कंपनी के पास अनुभव होना चाहिए। डा. सागर ने टेंडर हासिल करने के लिए सोसायटी का फर्जी अनुभव प्रमाण पत्र बनाया है। पिछली सुनवाई के दौरान कोर्ट ने क्राइम ब्रांच को इस मामले की जांच कर स्टेट्स रिपोर्ट पेश करने का निर्देश दिया था और आज क्राइम ब्रांच ने रिपोर्ट पेश की। इसके साथ ही क्राइम ब्रांच ने पक्ष रखा कि इस मामले में एफआईआर दर्ज करने के लिए क्राइम ब्रांच मुख्यालय से मंजूरी की आवश्यकता है। कोर्ट ने इस पर मंजूरी लेकर एफआईआर दर्ज करने व दोषियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने के निर्देश के साथ केस का निपटारा कर दिया।