10th Class Result Declared: बेटे की लगन देखी तो जम्मू ले आई मां, 99 फीसद अंकों से चढ़ी पहली सीढ़ी
दसवीं कक्षा के परीक्षा परिणाम में प्राइवेट स्कूलों ने सरकारी स्कूलों को पछाड़ दिया। प्राइवेट स्कूलों के तीस प्रतिशत अधिक विद्यार्थी पास हुए।
जम्मू, जागरण संवाददाता: प्रतिभा किसी की मोहताज नहीं होती। अगर जिंदगी में कुछ करने की इच्छा हो और कड़ी मेहनत की जाए तो मुकाम मिल ही जाता है। दसवीं कक्षा की परीक्षा में मुमीन इस्लाही की भी कड़ी मेहनत रंग लाई। मुमीन ने 99 फीसद अंकों के साथ परीक्षा पास की। हालांकि उसकी सफलता के पीछे मां शबनम की भी कड़ी तपस्या है।
मूल रूप से डोडा के रहने वाले मुमीन के पिता डोडा में ही जूनियर असिस्टेंट हैं। मुमीन की मां ने जब बेटे की पढ़ाई में लगन देखी तो वह उसे लेकर जम्मू आ गई, जहां किराए का कमरा लेकर बेटे का एसपी स्मार्ट स्कूल में दाखिला करवाया। शबनम का कहना है कि उन्हें अपने फैसले पर अब गर्व महसूस हो रहा है। किराए पर रहने के दौरान परेशानियां तो हुईं, लेकिन बेटे की सफलता के आगे वह छोटी महसूस हो रही हैं। वहीं, मुमीन का कहना है कि वह अपनी मां की मेहनत का फल उन्हें आइएएस अधिकारी बनकर देना चाहता है। वह आगे और भी मेहनत करेगा ताकि अपने लक्ष्य को हासिल कर सकें। स्कूल में उससे खूब मेहनत करवाई गई। उसकी सफलता में उसके स्कूल का भी पूरा हाथ है।
मूक बधिर बच्चों ने किया शानदार प्रदर्शनः दसवीं कक्षा के परिणाम में विशेष क्षमता वाले बच्चों ने शानदार सफलता हासिल की है। इन बच्चों के स्कूल का परिणाम शत-प्रतिशत रहा है। कई बच्चे प्रथम ग्रेड में पास हुए हैं। जम्मू के समाज कल्याण केंद्र द्वारा चलाए जा रहे इस स्कूल में सिर्फ मूक बधिर बच्चे पढ़ते हैं। स्कूल के कुल 13 विद्यार्थी परीक्षा में बैठे। नौ विद्यार्थी प्रथम श्रेणी में पास हुए। स्कूल के टॉपर प्रदीप कुमार ने 74.4 प्रतिशत अंक हासिल किए। सबीना शाद ने 71 प्रतिशत अंक हासिल किए। इसके अलावा रतनेश्वर, अनिल सिंह और उत्सव गुप्ता ने भी शानदार प्रदर्शन किया। समाज कल्याण केंद्र के अध्यक्ष केबी जंडियाल ने कहा कि पिछले पांच साल से स्कूल इसी तरह से बेहतर प्रदर्शन करता आ रहा है। बेहतर प्रदर्शन करने वाले विद्यार्थियों को समाज कल्याण केंद्र पुरुस्कार भी देता है।
निजी स्कूलों से 30 फीसद पीछे रह गए सरकारी स्कूलः स्कूल शिक्षा बोर्ड में जम्मू संभाग के समर जोन के दसवीं कक्षा के परीक्षा परिणाम में प्राइवेट स्कूलों ने सरकारी स्कूलों को पछाड़ दिया। प्राइवेट स्कूलों के तीस प्रतिशत अधिक विद्यार्थी पास हुए। प्राइवेट स्कूलों के 25696 विद्यार्थियों ने परीक्षा दी, जिसमें से 21750 सफल हुए। उत्तीर्ण प्रतिशत 84.54 रहा। वहीं, सरकारी स्कूलों के 28111 विद्यार्थियों में से 15708 उत्तीर्ण हुए। इनका प्रतिशत 55.58 रहा। स्कूल शिक्षा विभाग जम्मू की निदेशक अनुराधा गुप्ता का कहना है कि पिछले साल के मुकाबले में इस बार परीक्षा परिणाम में साढ़े पांच प्रतिशत का सुधार हुआ है। सरकारी और प्राइवेट स्कूलों की आपस में तुलना नहीं की जा सकती है। काफी पहलू जुड़े हुए होते हैं। इस बार शून्य प्रतिशत परिणाम वाले स्कूलों की संख्या में कमी आई है। सरकारी स्कूलों में परीक्षा परिणाम बेहतर करने के प्रयास लगातार जारी हैं।
सुरक्षा गार्ड का बेटा आर्यन बनना चाहता है अधिकारीः राज्य शिक्षा बोर्ड की दसवीं कक्षा के परीक्षा परिणाम में 90 प्रतिशत अंक हासिल कर चन्नी परगवाल के आर्यन ने अपने माता-पिता का सिर गर्व से ऊंचा किया है। आर्यन के पिता किशोर कुमार जम्मू यूनिवर्सिटी में सिक्योरिटी गार्ड हैं। आर्यन आइएएस अधिकारी बन पिता के सपने को पूरा करना चाहता है। आर्यन अखनूर के कान्वेंट स्कूल का छात्र है। उसका कहना है कि उसके पिता ने कड़े संघर्ष से उसे पढ़ाया है। पिता सिक्योरिटी गार्ड बनने से पहले एक दुकान पर काम कर उसे पढ़ाया करते थे। उनका एक ही सपना है कि बेटा आइएएस अधिकारी बनकर समाज की सेवा करे।