गर्भवती को एंबुलेंस न उपलब्ध कराने वाला अधिकारी बर्खास्त, टैक्सी में दिया बच्चे को जन्म
कुपवाड़ा में गर्भवती महिला को एंबुलेंस उपलब्ध कराने से इनकार करने वाले स्वास्थ्य अधिकारी को प्रशासन ने बर्खास्त कर दिया। महिला ने सूमो टैक्सी में एक बच्चे को जन्म दिया।
राज्य ब्यूरो, श्रीनगर। उत्तरी कश्मीर के कुपवाड़ा में गर्भवती महिला को एंबुलेंस उपलब्ध कराने से इनकार करने वाले स्वास्थ्य अधिकारी बिलाल अहमद को प्रशासन ने वीरवार को बर्खास्त कर दिया। गौरतलब है कि गत शनिवार को कुपवाड़ा में एक महिला ने सूमो टैक्सी में एक बच्चे को जन्म दिया था।
गौरतलब है कि कलारुस कुपवाड़ा के रहने वाले मोहम्मद शफी कोहली की पत्नी फातिमा बेगम को शनिवार को प्रसव पीड़ा के बाद स्वास्थ्य केंद्र में लाया गया। वहां तैनात चिकित्सक डा. बिलाल ने उसे कुपवाड़ा जिला अस्पताल के लिए रेफर कर दिया। मोहम्मद शफी ने जब एंबुलेंस के लिए आग्रह किया तो डा. बिलाल ने इससे इनका करते हुए प्राइवेट टैक्सी में ले जाने को कहा।
इस पर मोहम्मद शफी ने सूमो टैक्सी की सेवाएं ली और रास्ते में उसकी बीबी ने टैक्सी के भीतर ही बच्चे को जन्म दिया था और यह बच्चा बाद में चल बसा। बाद में मामले ने तूल पकड़ा और जांच में चिकित्सक को दोषी करार दिया गया।
जिला स्वास्थ्य समिति कुपवाड़ा के अध्यक्ष और उपायुक्त पीयूष सिंगला ने मामले की जांच के बाद राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत अनुबंध के आधार पर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र कलारुस में तैनात डा. बिलाल अहमद की सेवाओं को तत्काल प्रभाव से समाप्त करने का आदेश दिया।
उन्होंने आदेश में लिखा है कि एक बीमार महिला को एंबुलेंस की सेवा उपलब्ध कराने से इनकार कर दिया। इससे गर्भवती महिला की जान जोखिम में आ गई बल्कि उपचार में भी देरी हुई।
आदेश में बताया गया है कि उक्त डाक्टर नैतिकता और अपनी पेशेवेर जिम्मेदारियों को निभाने में असमर्थ रहा जिसके कारण एक नवजात की मौत हुई है और इस तथ्य की जांच समिति व कुपवाड़ा के प्रमुख स्वास्थ्य अधिकिारी ने भी पुष्टि की है। प्रमुख स्वास्थ्य अधिकारी और जांच समिति की सिफारिशों के आधार पर डा. बिलाल अहमद की सेवाओं को तत्काल प्रभाव से समाप्त कर दिया गया।