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Jammu: शिक्षा निदेशक ने कहा- एनओसी नहीं, सहमति मांगी है अभिभावकों से

सैनिक समाज पार्टी के प्रधान कर्नल एसएस पठानिया के कहना है कि इस समय जम्मू-कश्मीर में स्वस्थ्य सेवाएं चरमरा चुकी है। कोरोना तेजी से फैल रहा है। सरकार को कम से कम पंद्रह दिन का लॉकडाउन लगाना चाहिए। स्कूलों को खोलने का यह सही समय नहीं है।

By Rahul SharmaEdited By: Published: Tue, 22 Sep 2020 01:49 PM (IST)Updated: Tue, 22 Sep 2020 01:49 PM (IST)
Jammu: शिक्षा निदेशक ने कहा- एनओसी नहीं, सहमति मांगी है अभिभावकों से
स्कूलों में बच्चे को भेजने से पहले सहमति मांगी गई थी।

जम्मू, जागरण संवाददाता। कोरोना महामारी के बीच स्कूल खोलने और अभिभावकों से बच्चों को स्कूल भेजने से पहले लिखित में लेने का विरोध भी शुरू हो गया है। कुछ लोगों का कहना है कि स्कूल उनसे एनओसी मांग रहे हैं जबकि शिक्षा निदेशक जम्मू अनुराधा गुप्ता का कहना है कि अभिभावकों से एनओसी नहीं बल्कि उनकी सहमति मांगी गई है। क्योंकि नौवीं से बारहवीं तक कि कक्षाएं सिर्फ वॉलंटियर लगाई जा रहीं है।किसी बच्चे को जबरन नहीं बुलाया जा रहा है।

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स्कूल खुलने से पहले सोशल मीडिया पर स्कूलों कि और से जारी एनओसी वायरल हुई थी। इसमें शिक्षा निदेशक जम्मू अनुराधा गुप्ता का कहना है कि ऐसी कोई एनओसी अभिभावकों से नहीं मांगी गई है। उनसे स्कूलों में बच्चे को भेजने से पहले सहमति मांगी गई थी। उन्होंने बताया कि स्कूलों में एसओपी का सख्ती से पालन हो रहा है। बच्चों में पर्याप्त दूरी बनाए रखने के पूरे बंदोबस्त हैं। पचास प्रतिशत स्टाफ ही बुलाया जा रहा है।

उधर स्कूल खोले जाने का विरोध भी शुरू हो गया है। सैनिक समाज पार्टी के प्रधान कर्नल एसएस पठानिया के कहना है कि इस समय जम्मू-कश्मीर में स्वस्थ्य सेवाएं चरमरा चुकी है। कोरोना तेजी से फैल रहा है। सरकार को कम से कम पंद्रह दिन का लॉकडाउन लगाना चाहिए। स्कूलों को खोलने का यह सही समय नहीं है। 


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