ट्रकों में भर-भरकर नहीं, पेन ड्राइव में आएगा सचिवालय का डिजिटल रिकॉर्ड
राज्यपाल प्रशासन में इस बार दरबार मूव (नागरिक सचिवालय स्थानांतरित) में नई व्यवस्था लागू होने जा रही है।
राज्य ब्यूरो, जम्मू। राज्यपाल प्रशासन में इस बार दरबार मूव (नागरिक सचिवालय स्थानांतरित) में नई व्यवस्था लागू होने जा रही है। हर साल भारी भरकम खर्च कर सामान व रिकॉर्ड को ट्रकों में भर-भरकर श्रीनगर से जम्मू लाने के बजाए इस बार डिजिटल रिकॉर्ड को पेन ड्राइव व एक्सटर्नल हार्ड डिस्क में लाया जाएगा।
हालांकि अन्य रिकॉर्ड पहले की तरह ही आएगा। सचिवालय कार्यालयों के आइटी ढांचे को एक जगह से दूसरी जगह ले जाने के बजाए जम्मू में अलग से आईटी ढांचा तैयार करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। इसके तहत लैपटॉप, डेस्कटॉप, प्रिटर, यूपीएस जम्मू नहीं लाए जाएंगे, बल्कि इन्हें अलग से जम्मू के लिए खरीदा जाएगा। एक बार पूरी तरह स्थापित होने के बाद सामान हर बार खरीदने की जरूरत नहीं होगी और हर छह माह बाद दरबार मूव होने पर आने वाला खर्च भी कम होगा।
आईटी विभाग के अनुसार, इस साल सचिवालय जम्मू में खुलने से पहले यहां पर अलग से आईटी ढांचा तैयार कर दिया जाएगा। नए आईटी ढांचा तैयार करने पर सभी विभागों के प्रशासनिक सचिवों से कहा गया है कि जम्मू में दरबार खुलने के बाद अपने कार्यालयों में निर्बाध काम करें। आईटी विभाग द्वारा जारी सर्कुलर के अनुसार, श्रीनगर सचिवालय में जो कर्मचारी जिस सिस्टम पर काम कर रहे हैं, वे विस्तार से जानकारी 19 अक्टूबर से पहले आईटी विभाग के नोडल अधिकारी को दें।
सर्कुलर में कहा गया है कि आईटी विभाग बीस इंच से अधिक स्क्रीन वाले डेस्कटॉप, लेजर जेट ¨प्रटर, यूपीएस, लैपटाप खरीद रहा है। हर विभाग में कुल डेस्कटॉप के बीस प्रतिशत को लैपटॉप में बदल दिया जाएगा। यह लैपटॉप उन कर्मचारियों को दिए जाएंगे जो कार्यालयों के अलावा घरों से भी काम करते हैं। ऐसे बीस प्रतिशत कर्मचारियों की भी पहचान कर उनकी सूची नोडल आफिसर को सौंपने के लिए कहा गया है।
सर्कुलर में कहा गया है कि श्रीनगर सचिवालय में पड़े डेस्कटॉप और लैपटॉप को सुरक्षित कमरों में रखा जाएगा। यह ऐसे कमरे होंगे जहां पर उमस न हो, ताकि छह महीने तक सिस्टम सुरक्षित रखे जा सकें। सभी कर्मचारियों को पेन ड्राइव से अपना रिकॉर्ड कापी करने को कहा गया है, ताकि नए सिस्टम पर उसे अपलोड किया जा सके। इन प्रमाणपत्रों की मास्टर कापी को हार्ड ड्राइव में सेव करके रखा जाएगा।
मुख्य ने जारी किए आदेश : राज्य के मुख्य सचिव बीवीआर सुब्रामाण्यम ने सोमवार को श्रीनगर में उच्च स्तरीय बैठक में निर्देश दिए कि विभाग अपने रिकॉर्ड को डिजिटल फार्मेट में मूव करने के लिए कार्रवाई करे। हर विभाग को एक्सटर्नल हार्ड ड्राइव दी जाए, ताकि विभाग के रिकॉर्ड को डिजीटल रूप में मूव करना संभव हो। सुनिश्चित किया जाए कि हर छह महीनों के बाद कंप्यूटर मूव करने की आवश्यकता न पड़े।
26 को श्रीनगर में बंद व जम्मू में पांच को खुलेगा सचिवालय :
राज्य की ग्रीष्मकालीन राजधानी श्रीनगर में राज्यपाल सचिवालय 26 अक्टूबर से काम करना बंद कर देगा। शीतकालीन राजधानी जम्मू में राजभवन पांच नवंबर से काम करेगा। कड़ी सुरक्षा के बीच जम्मू के सचिवालय कर्मचारियों का काफिला 27, 28 अक्टूबर को जम्मू आएगा। सरकार का रिकॉर्ड भी 28 अक्टूबर को जम्मू आ जाएगा। जम्मू कश्मीर पुलिस की सुरक्षा शाखा के एएसपी सुनिश्चित करेंगे कि श्रीनगर में रिकार्ड को सही तरीके से पैक किया जाए।
ऐसा न करने वाले विभागों के खिलाफ कार्रवाई भी की जाएगी। कश्मीर के कर्मचारियों का काफिला तीन व चार नवंबर को जम्मू आएगा। इन चारों दिन श्रीनगर-जम्मू राष्ट्रीय राजमार्ग पर ट्रैफिक एकतरफा रहेगा। जिला पुलिस अधिकारी अपने-अपने इलाकों में दरबार मूव की सुरक्षा सुनश्चित करेंगे। दरबार मूव के मद्देनजर श्रीनगर सचिववालय में 22 अक्टूबर से बसों की टिकटें बुक करने के लिए राज्य पथ परिवहन निगम का काउंटर काम करना शुरू कर देगा। वहीं जम्मू में 28 अक्टूबर को श्रीनगर से रिकार्ड पहुंचने के अगले दिन एडवांस पार्टियां अपने अपने कार्यालयों में रिकार्ड को सेट करने की मुहिम छेड़ देंगी।
तीन हजार फ्लैट उपलब्ध : जम्मू में सचिवालय के कर्मचारियों को ठहराने के लिए उचित व्यवस्था की गई है। इस्टेट डिपार्टमेंट के डायरेक्टर ने बताया कि मूव कर्मियों के लिए तीन हजार फ्लैट उपलब्ध हैं। इसके साथ होटलों में 1200 कमरे, जेकेटीडीसी में 150 कमरों के साथ 280 निजी घरों को भी किराए पर लिया जाएगा।