डीजीपी दिलबाग ने कहा आतंकवाद व जिहादी तत्वों सहित कई मोर्चों पर लड़ रही राज्य पुलिस
अपराधों को रोकने सोशल मीडिया के दुरुपयोग को रोकने टेरर फंङ्क्षडग पर काबू पाने और आतंकियों व अलगाववादियों के ओवरग्राउंड नेटवर्क के खिलाफ भी कार्रवाई करती है।
श्रीनगर, राज्य ब्यूरो। राज्य पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) दिलबाग ङ्क्षसह ने शुक्रवार को कहा कि जम्मू कश्मीर पुलिस न सिर्फ कानून व्यवस्था बनाए रखने की ड्यूटी निभाती है बल्कि पाक प्रायोजित आतंकवाद व जिहादी तत्वों से भी लड़ रही है। राज्य पुलिस कई मोर्चों पर अपनी पेशेवर योग्यता का परिचय दे रही है।
वह सरदार वल्लभ भाई पटेल राष्ट्रीय पुलिस अकादमी से राज्य के दौरे पर आए 50 प्रोबेशनर भारतीय पुलिस सेवा (आइपीएस) के अधिकारियों को संबोधित कर रहे थे। डीजीपी ने कहा कि राज्य पुलिस, सेना, केंद्रीय अर्धसैनिकबलों व अन्य सुरक्षा एजेंसियों के साथ पूरा संवाद-समन्वय बनाकर आतंकियों व अन्य असामाजिक तत्वों के खिलाफ कार्रवाई कर रही है। बीते तीन दशकों के दौरान राज्य पुलिस ने बड़ी संख्या में पाक प्रशिक्षित आतंकियों को मार गिराते हुए बड़ी संख्या में हथियार और गोलाबारुद बरामद किया है। उन्होंने बताया कि राज्य पुलिस बंदोबस्त, जांच और विभिन्न प्रकार की सेवाएं भी प्रदान करती है। अपराधों को रोकने, सोशल मीडिया के दुरुपयोग को रोकने, टेरर फंङ्क्षडग पर काबू पाने और आतंकियों व अलगाववादियों के ओवरग्राउंड नेटवर्क के खिलाफ भी कार्रवाई करती है।
इंस्पेक्टर जनरल ऑफ पुलिस (आइजी) सीआरपीएफ रविदीप साही और डीआइजी सेंट्रल कश्मीर रेंज वीके बिरदी, पुलिस और सीआरपीएफ के अन्य वरिष्ठ अधिकारियों ने भी प्रोबेशनर आइपीएस अधिकारियों के सवालों के जवाब दिए।
राज्य पुलिस के जवानों की कुर्बानियों का किया जिक्र
राज्य पुलिस के अतिरिक्त महानिदेशक एसजेएम जिलानी ने प्रोबेशनर आइपीएस अधिकारियों को जम्मू कश्मीर पुलिस की गतिविधियों और कमांड संरचना के बारे में जानकारी दी। उन्होंने देश की एकता व अखंडता के लिए राज्य पुलिस के जवानों व अधिकारियों की कुर्बानियों का जिक्र करते हुए बताया कि जम्मू कश्मीर पुलिस दुनिया के उन गिने चुने पुलिस संगठनों में एक है, जो पुलिस की सामान्य जिम्मेदारियों को निभाने के साथ सशस्त्र बलों के साथ मिलकर आतंकियों के खिलाफ भी लड़ रही है। उन्होंने पुलिस संगठन की ओर से सेवारत और सेवानिवृत्त पुलिस कर्मियों, उनके परिजनों और शहीद पुलिस कर्मियों के परिजनों के कल्याण के लिए किए जा रहे कार्यों का उल्लेख किया।