इंटरनेट सेवा से ज्यादा जरूरी है लोगों की जान, डीजीपी ने कहा अभी कुछ दिन और बंद रहेगी इंटरनेट सेवा
वादी में संचार व इंटरनेट सेवाओं पर पाबंदी से सुरक्षाबलों के आतंकरोधी अभियानों पर होने वाले असर को दबी जुबान में स्वीकारते हुए डीजीपी ने कहा कइ बार उन तक सूचना देरी से पहुंची।
श्रीनगर, राज्य ब्यूरो। राज्य पुलिस महानिदेशक दिलबाग सिंह ने कहा कि वादी में सुधरते हालात के आधार पर लैंडलाइन सेवा को पूरी तरह बहाल किया जा चुका है। उत्तरी कश्मीर के दो जिलों में मोबाइल सेवा भी बहाल हो चुकी है। वादी के अन्य जिलों में भी स्थिति की लगातार समीक्षा की जा रही है और जल्द ही वहां भी मोबाइल फोन सेवा बहाल होगी। अलबत्ता, इंटरनेट सेवाओं पर कुछ और समय तक पाबंदी रहेगी, क्याेंकि पाकिस्तान और आतंकी संगठनो के अलावा कुछ अन्य तत्व सोशल मीडिया का कश्मीर में हालात बिगाड़ने के लिए दुष्प्रचार करते आए हैं। इसलिए हालात को सामान्य बनाए रखने, अफवाहों पर काबू पाने और राष्ट्रविरोधी तत्वों के दुष्प्रचार पर काबू पाने के लिए ही यह कदम उठाया गया है। लोगों को संचार व इंटरनेट सेवाओ पर पाबंदी से होने वाली दिक्कतों से हम भली भांति परिचित हैं, लेकिन लाेगों के जान से कीमती कुछ नहीं। उनकी सुरक्षा के लिए ही यह सब किया जा रहा है।
संचार सेवाओं पर पाबंदी से आतंकरोधी अभियान भी प्रभावित
राज्य पुलिस महानिदेशक दिलबाग सिंह ने वादी में संचार व इंटरनेट सेवाओं पर पाबंदी से सुरक्षाबलों के आतंकरोधी अभियानों पर होने वाले असर को दबी जुबान में स्वीकारते हुए कहा कि दक्षिण कश्मीर में कई जगह हमारे पास आतंकियों के बारे में सूचना देरी से पहुंची। जब तक हम वहां पहुंचे, आतंकी वहां से निकल चुके थे, लेकिन हम जल्द ही दक्षिण कश्मीर को आतंकवाद मुक्त बना लेंगे। जिस तरह से उत्तरी कश्मीर में कुछ बड़े आपरेशन हुए हैं, दक्षिण कश्मीर में भी आतंकरोधी अभियान शुरु किए गए हैं।
आसिफ की मौत से लोगों ने ली राहत
सोपोर में आज सुबह लश्कर आतंकी आसिफ मकबूल की मौत को सुरक्षाबलों के लिए एक बड़ी कामयाबी बताते हुए राज्य पुलिस महानिदेशक ने कहा कि स्थानीय लोगों ने भी इससे बड़ी राहत की सांस ली है। आसिफ और उसके साथियों ने सोपोर में आतंकराज कायम कर रखा था। उसने ही गत दिनों एक अढ़ाई साल की बच्ची समेत चार लोगों को गोली मारी थी। उससे चंद दिन पहले उसने एक बाहरी श्रमिक कीहत्या का प्रयास किया था। वह अपने साथियों संग मिलकर धमकीभरे पोस्टर जारी करते हुए इलाके में जबरन बंद करा रहा था। उसके दो अन्य साथियों को भी जल्द ही पकड़ लिया जाएगा।
गुज्जर समुदाय के दो लोगों की हत्या के लिए जैश जिम्मेदार
त्राल में अगस्त माह के दौरान गुज्जर समुदाय के दो युवकों की हत्या के लिए जैश-ए-मोहम्मद को जिम्मेदार ठहराते हुए राज्य पुलिस महानिदेशक ने इस वारदात में लिप्त आतंकियों को पकड़ने के लिए एक अभियान चलाया गया है। इस वारदात को अंजाम देने वाले जैश आतंकियों का नेतृत्व एक पाकिस्तानी कर रहा है।