डीजीपी ने कहा आतंकी हिंसा में कमी से राहत महसूस कर रहे लोग, जारी रहेंगे आतंक विरोधी अभियान
डीजीपी ने कहा कि सुरक्षा एजेंसियों के आपसी तालमेल से आतंकी ¨हसा न्यूनतम स्तर पर पहुंच गई है लेकिन हमें और ज्यादा सतर्क रहने की जरूरत है।
श्रीनगर, राज्य ब्यूरो : राज्य पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) ने दक्षिण कश्मीर में सुरक्षा परिदृश्य में सुधार के लिए सुरक्षा एजेंसियों के आपसी समन्वय व जन सहयोग को श्रेय दिया। उन्होंने कहा कि आतंकी हिंसा में कमी से लोगों ने राहत महसूस की है। डीजीपी दिलबाग सिंह ने आतंकियों, उनके समर्थकों व राष्ट्रविरोधी तत्वों के खिलाफ सुनियोजित अभियान जारी रखने पर जोर दिया।
इसके साथ ही सुरक्षा अधिकारियों को कानून व्यवस्था बनाए रखने में जन समुदाय की भागेदारी बढ़ाने के लिए कहा। उन्होंने सोमवार को जिला शोपियां व अनंतनाग में पुलिस, सीआरपीएफ व अन्य सुरक्षा एजेंसियों के अधिकारियों के साथ बैठक में सुरक्षा हालात का जायजा लिया। उनके साथ इंस्पेक्टर जनरल ऑफ पुलिस (आइजीपी) कश्मीर विजय कुमार भी थे। डीजीपी ने दक्षिण कश्मीर में हाल ही में आतंकियों के खिलाफ सफल अभियानों के संचालन के लिए अधिकारियों की सराहना की। उन्होंने कहा कि सभी सुरक्षा एजेंसियों के आपसी तालमेल और सहयोग के कारण ही आतंकी हिंसा में कमी आई है। राज्य पुलिस और अन्य सुरक्षा एजेंसियों द्वारा हालात सामान्य बनाने, आतंकी गतिविधियों पर अंकुश लगाने और गुमराह युवकों को वापस लाने के लिए किए जा रहे प्रयासों का लोग स्वागत कर रहे हैं। राज्य प्रशासन और केंद्र सरकार ने भी इन प्रयासों को सराहा है। हमें अपनी आतंकरोधी रणनीति को और बेहतर बनाना है।
शांति बहाली की प्रक्रिया में जनसमुदाय की हो भागेदारी
डीजीपी ने कहा कि सुरक्षा एजेंसियों के आपसी तालमेल से आतंकी ¨हसा न्यूनतम स्तर पर पहुंच गई है, लेकिन हमें और ज्यादा सतर्क रहने की जरूरत है। हमें जनता के साथ पूरा समन्वय और तालमेल बनाए रखना है। शांति बहाली की प्रक्रिया में जनसमुदाय की भागेदारी को सुनिश्चित बनाना है। सभी वरिष्ठ अधिकारियों को नियमित तौर पर अपने अधीनस्थ अधिकारियों व जवानों को जमीनी हालात से अवगत कराते हुए कार्यप्रणाली में सुधार के लिए प्रेरित करना चाहिए। बैठक में डीआइजी अतुल कुमार गोयल, एसपी अनंतनाग संदीप चौधरी, एसपी शोपियां अमृतपाल सिंह, कमांडेंट सीआरपीएफ विशाल खंडेवाल व अन्य मौजूद थे।