कश्मीर में शांति बहाली में बाधा बन रहे आतंकियों-ओजीडब्ल्यू से सख्ती से निपटने के निर्देश
डीजीपी ने कहा किसी भी जन समस्या के समय सबसे पहले पुलिस ही मौके पर पहुंचती है। इसलिए पुलिस का लोगों के साथ संवाद व समन्वय बेहतर होना चाहिए।
श्रीनगर, राज्य ब्यूरो। राज्य पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) दिलबाग सिंह ने वादी में लोगों को डरा-धमका कर जबरन बंद लागू करा रहे आतंकियों और उनके ओवरग्राउंड वर्करों (ओजीडब्ल्यू) के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए। जनता के साथ संवाद को मजबूत बनाने पर जोर देते हुए आतंकियों और राष्ट्रविरोधी तत्वों की साजिशों को नाकाम बनाने के लिए हर संभव कदम उठाने के लिए कहा।
डीजीपी ने पहलगाम में आयोजित बैठक में दक्षिण कश्मीर के सुरक्षा परिदृश्य का जायजा लिया। उनके साथ आइजी कश्मीरी रेंज एसपी पाणि, डीआइजी दक्षिण कश्मीर रेंज अतुल कुमार गोयल, जिला अनंतनाग, कुलगाम, शोपियां व पुलवामा के जिला पुलिस प्रमुखों और अन्य वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने भी बैठक में भाग लिया।
डीजीपी ने बैठक में अधिकारियों को अंतर जिला आतंकी मॉड्यूल को नष्ट करने और आम लोगों को डराने धमकाने वाले आतंकियों और उनके समर्थकों के खिलाफ कठोर कार्रवाई करने का निर्देश दिया। इसके साथ ही खुफिया तंत्र को मजबूत बनाने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि सभी वरिष्ठ अधिकारियों को अपने कनिष्ठ व सहयोगी अधिकारियों के अलावा जवानों के साथ नियमित तौर पर संवाद करते हुए उन्हें हालात के बारे में सजग बनाना चाहिए।
डीजीपी ने कहा किसी भी जन समस्या के समय सबसे पहले पुलिस ही मौके पर पहुंचती है। इसलिए पुलिस का लोगों के साथ संवाद व समन्वय बेहतर होना चाहिए। उन्होंने जवानों व अधिकारियों की बेहतरी के लिए हर संभव प्रयास का यकीन दिलाते हुए कहा कि पुलिस संगठन उनकी सभी समस्याओं से परिचित है।
उन्होंने पुलिस अधिकारियों को राष्ट्रीय पुलिस दिवस 2019 की तैयारियों को अंतिम रूप देने का निर्देश देते हुए नोडल अधिकारियों को शहीद पुलिस कर्मियों से लगातार संवाद कर उनकी समस्याओं को हल करने के लिए कहा।