डीजीपी दिलबाग सिंह ने सुरक्षाबलों से कहा आतंकी व जिहादी तत्वों की साजिशों को नाकाम बनाएं
डीजीपी ने पुलिस के जवानों व अधिकारियों की सराहना करते हुए कहा कि वर्ष 2010 और 2016 में जम्मू कश्मीर पुलिस ने कानून व्यवस्था बनाए रखने के मोर्चे पर कठिन चुनौतियों का सामना किया।
श्रीनगर, राज्य ब्यूरो। राज्य पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) दिलबाग सिंह ने कहा कि पाकिस्तान जम्मू कश्मीर के लोगों का हमदर्द नहीं हो सकता। पाक समर्थित आतंकी व जिहादी तत्व यहां हिंसा और तबाही की साजिशों को अंजाम देने में लगे हैं। हमें उसकी साजिशों को नाकाम बनाते हुए आतंकवाद का समूल नाश करना है ताकि यहां लोग शांति, सुरक्षा और सद्भाव के माहौल में रह सकें। डीजीपी ने जिला गांदरबल और हंदवाड़ा में पुलिस, सेना, सीआरपीएफ व अन्य सुरक्षा एजेंसियों के अधिकारियों व जवानों को संबोधित करते हुए यह बात कही। उन्होंने पुलिस, सेना व केंद्रीय अर्धसैनिकबलों के वरिष्ठ अधिकारियों की संयुक्त बैठक में गांदरबल व हंदवाड़ा के सुरक्षा परिदृश्य का जायजा लिया।
डीजीपी ने गांदरबल कस्बे के विभिन्न इलाकों का अधिकारियों संग पैदल दौरा कर सुरक्षा व्यवस्था जांची। उन्होंने कहा कि जम्मू कश्मीर में पाकिस्तान का छद्म युद्ध अभी समाप्त नहीं हुआ है। राज्य पुलिस व अन्य सुरक्षा एजेंसियां लगातार इसका मुकाबला कर रही हैं। देश की एकता व अखंडता को सुनिश्चित बनाए रखने के लिए हमें लगातार प्रयास करना है। राष्ट्रविरोधी तत्वों से लड़ना है। आतंकी और जिहादी तत्व मासूम लोगों का कत्ल कर लोगों में खौफ का माहौल बनाना चाहते हैं।
राज्य पुलिस ने शांति व्यवस्था बनाए रखने में उल्लेखनीय भूमिका निभाई
डीजीपी ने राज्य पुलिस के जवानों व अधिकारियों की सराहना करते हुए कहा कि वर्ष 2010 और 2016 में जम्मू कश्मीर पुलिस ने कानून व्यवस्था बनाए रखने के मोर्चे पर कठिन चुनौतियों का सामना किया है। राज्य पुलिस ने सेना व केंद्रीय सुरक्षाबलों के साथ मिलकर जम्मू कश्मीर में शांति व्यवस्था बनाए रखने और आतंकियों के खिलाफ अभियान चलाने में उल्लेखनीय उपलब्धियां अर्जित की हैं।
सुरक्षा एजेंसियों ने आपसी समन्वय बनाकर हर साजिश को नाकाम बनाया
डीजीपी ने आतंकवाद को कुचलने और शांति व्यवस्था का माहौल बनाए रखने में सेना, पुलिस व केंद्रीय अर्धसैनिकबलों की भूमिका की सराहना करते हुए कहा कि बीते 30 वर्षों के दौरान यहां सुरक्षा परिदृश्य में कई उतार चढ़ाव आए हैं, लेकिन पुलिस ने सुरक्षा एजेंसियों के साथ मिलकर इन चुनौतियों का डटकर सामना किया है। सभी सुरक्षा एजेंसियों ने आपस में संवाद, सहयोग और समन्वय बनाए रखते हुए राष्ट्रविरोधी तत्वों की हर साजिश को नाकाम बनाया है। पुलिस व सुरक्षाबलों के जवानों व अधिकारियों ने अपने आराम को दरकिनार कर, अपने परिवार को नजरअंदाज कर बलिदान और निष्ठा की भावना से अपनी जिम्मेदारी का निर्वाह कर रहे हैं। उन्होंने वादी में नशीले पदार्थों के खिलाफ भी एक प्रभावशाली अभियान चलाने पर जोर दिया।
पुलिसकर्मियों की समस्याओं का हल करने का यकीन दिलाया
डीजीपी ने पुलिसकर्मियों की समस्याओं का संज्ञान लेते हुए उन्हें यथासंभव हल करने का यकीन दिलाया। उन्होंने कहा कि पुलिस मुख्यालय पुलिस अधिकारियों व जवानों की पदोन्नति के विभिन्न अवसरों के सृजन के लिए प्रयासरत है। उन्होंने एसपीओ और सेवानिवृत्त पुलिस कर्मियों के कल्याण के लिए किए जा रहे विभिन्न कार्यों का भी उल्लेख किया। दिलबाग सिंह के साथ आइजीपी कश्मीर एसपी पाणि, डीआइजी उत्तरी कश्मीर रेंज मोहम्मद सुलेमान सलारिया व डीआइजी सेंट्रल कश्मीर रेंज वीके बिरदी भी थे। बैठक में गांदरबल और हंदवाड़ा के एसएसपी समेत सभी वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के अलावा इन दोनों जिलों में तैनात सेना व सीआरपीएफ के वरिष्ठ अधिकारियों ने भाग लिया।