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जम्मू-कश्मीर में लगातार बढ़ रहे हैं डेंगू के मामले, संख्या 300 के पार हुई

सबसे अधिक प्रभावित जम्मू जिला है। वहीं सांबा कठुआ ऊधमपुर में भी कुछ मामले आए हैं। उन्होंने बताया कि जम्मू नगर निगम के साथ मिलकर सभी वाडों में फागिंग अभियान चलाया गया है। लोगों को जागरूक भी किया जा रहा है।

By Vikas AbrolEdited By: Published: Sun, 17 Oct 2021 07:15 AM (IST)Updated: Sun, 17 Oct 2021 07:21 AM (IST)
जम्मू-कश्मीर में लगातार बढ़ रहे हैं डेंगू के मामले, संख्या 300 के पार हुई
जम्मू नगर निगम के साथ मिलकर सभी वाडों में फागिंग अभियान चलाया गया है।

जम्मू, राज्य ब्यूरो। केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर में डेंगू के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। शनिवार को इनकी संख्या तीन सौ के पार हो गई। वहीं जम्मू के मंडलायुक्त डा. राघव लंगर ने एक बैठक कर डेंगू से निपटने के लिए किए गए प्रबंधों की समीक्षा की। उन्होंने सभी जिला उपायुक्तों से अपने अपने जिलों में डेंगू के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए अभियान चलाने को कहा।

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सबसे अधिक प्रभावित जम्मू जिला है

इससे पहले बैठक में मंडलायुक्त कारे बताया गया कि डेंगू के मामले तीन सौ से अधिक हो गए हैं। सबसे अधिक प्रभावित जम्मू जिला है। वहीं सांबा, कठुआ, ऊधमपुर में भी कुछ मामले आए हैं। उन्होंने बताया कि जम्मू नगर निगम के साथ मिलकर सभी वाडों में फागिंग अभियान चलाया गया है। लोगों को जागरूक भी किया जा रहा है ताकि वे अपने आसपास के क्षेत्रों में मच्छर को न पनपने दें। मंडालयुक्त डा राघव लंगर ने इसके बाद सभी को जागरूक करने के लिए लगातार अभियान चलाने को कहा।

उन्होंने कहा कि तालाबों में लार्वा को मारने वाली मछली डालें और मच्छर को कहीं पर भी न पनपने दें। बैठक में जिला उपायुक्तों ने वीडियो कांफ्रेंस से भाग लिया। वहीं जम्मू के जिला उपायुक्त अंशुल गर्ग, स्वास्थ्य निदेशक डा. रेनू शर्मा, मुख्य स्वास्थ्य अधिकारी डा. जेपी सिंह, स्टेट मलेरिया अधिकारी डा. बेलू शर्मा भी मौजूद थीं।

इसी बीच जीएमसी जम्मू की प्रिंसिपल डा शशि सूदन ने सभी से डेंगू के बचाव के लिए सावधानी बरतने को कहना है। उन्होंने कहा कि डेंगू एक मच्छश्र से फैलने वाला संक्रमण है। इससे मरीज को बुखार हो जाता है लेकिन इससे बचाव संभव है। डा शशि सूदन ने डेंगू पर आयोजित सेमीनार में बोलते हुए सभी से एहतियात बरतने की नसीहत दी। मेडिसिन विभाग में पीजी कर रही डा. आकृति ने डेंगू के प्रबंधन पर अपने विचार रखे। उन्होंने प्रतिभागियों को डेंगू के लक्षणों, कारणों और इलाज के बारे में विस्तार से बताया। उन्होंने डेंगू से होने वाली दिक्कतों और हाई रिस्क ग्रुप के बारे में भी बताया।


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