Move to Jagran APP

Jammu Municipal Corporation: जलभराव से बचाने को तोड़-फोड़ शुरू, नालों पर डाले गए स्लैब तोड़ने की प्रक्रिया अभी भी शेष

हर के त्रिकुटा नगर एक्सटेंशन सेक्टर 2ए और अम्बेडकर नगर में जम्मू नगर निगम ने वीरवार को गहरी नालियों को तोड़ने का काम शुरू कर दिया। अम्बेडकर मुहल्ले में इस नाली से नाले में पानी की निकासी नहीं होने के कारण यहां पांच फुट तक जलभराव हो गया था।

By Vikas AbrolEdited By: Published: Thu, 22 Jul 2021 09:32 PM (IST)Updated: Thu, 22 Jul 2021 09:32 PM (IST)
Jammu Municipal Corporation: जलभराव से बचाने को तोड़-फोड़ शुरू, नालों पर डाले गए स्लैब तोड़ने की प्रक्रिया अभी भी शेष
वार्ड नंबर 52 के अम्बेडकर नगर में गहरी नालियों को तोड़ने में जुटे श्रमिक।

जम्मू, जागरण संवाददाता : मौसम साफ होने के साथ ही जम्मू नगर निगम ने जलभराव वाले क्षेत्रों में ऐसे स्थानों पर तोड़-फाेड़ शुरू कर दी है, जहां से मुहल्लों में पानी घुसा। निगम की यह कार्रवाई हालांकि अभी छोटे स्तर पर ही ही जारी है। नालों पर डाले गए स्लैब तोड़ने की प्रक्रिया अभी भी शेष है।

loksabha election banner

शहर के त्रिकुटा नगर एक्सटेंशन सेक्टर 2ए और अम्बेडकर नगर में जम्मू नगर निगम ने वीरवार को गहरी नालियों को तोड़ने का काम शुरू कर दिया। अम्बेडकर मुहल्ले में इस नाली से नाले में पानी की निकासी नहीं होने के कारण यहां पांच फुट तक जलभराव हो गया था। लोगों को नुकसान झेलना पड़ा था। मजबूर लोगों ने यहां घरों के गेट के अागे पांच-छह फुट की दीवारें बना दी हैं। उनके वाहन तक घरों से बाहर खड़े हैं। इसी स्थिति का ध्यान में रखते हुए स्थानीय कॉरपोरेटर अजय गुप्ता के प्रयासों से यहां पुरानी गहरी नाली और इस पर डाले गए स्लैब तोड़ दिए गए। अब यहां दोबारा नाली का काम शुरू कर इसे बड़ा किया जाएगा ताकि मुहल्ले के पानी की निकासी ठीक हो सके। अलबत्ता अभी नाले की समस्या जस की तस बनी हुई है। स्थानीय लोगों ने निगम के इस प्रयास की सराहना की कि इससे थोड़ी राहत तो मिलेगी।

स्लैब को तोड़ने की कार्रवाई अधर

नानक नगर और गांधीनगर के बीच से गुजरते नाले पर डाली गई जिस स्लैब को तोड़ने के निर्देश सांसद जुगल किशोर शर्मा और मेयर चंद्र मोहन गुप्ता ने पिछले हफ्ते दिए थे, उस पर अभी काम शुरू नहीं हो सका है। पूर्व केंद्रीय मंत्री स्वर्गीय प्रो. चमन लाल के घर के नजदीक इस नाले पर डाली गई स्लैब का छोटा सा हिस्सा जरूर तोड़ा गया है। यहां स्लैब डाल कर नाले पर पार्किंग बना दी गई थी। इस कारण नाले की सफाई नहीं हुई और जलभराव के कारण पहली बार भारी जलभराव हुअा और लोगों को नुकसान झेलना पड़ा। ऐसे ही नई बस्ती, नानक नगर में भी नाले पर हुआ अतिक्रमण बरकरार है। डिग्याना, गंग्याल और जीवन नगर में भी नालों को गहरा और चौड़ा करने की जरूरत है। यहां भी नालों की चौड़ाई बहुत कम रह गई है। अतिक्रमण हटाए जाने तक लोग इन्हें गहरा कर राहत पहुंचाने की मांग कर रहे हैं।

मेयर चंद्र मोहन गुप्ता का कहना है कि विभिन्न नालों में सफाई का काम जारी है। छुट्टी के बावजूद कई स्थानों पर काम जारी रहा। स्लैब तोड़ने की प्रक्रिया भी शुरू करने के निर्देश दिए गए हैं। दो छुट्टियां थी। कल से फिर निगम की टीमें काम में जुट जाएंगी। उन्होंने कहा कि दोबारा जलभराव रोकने के लिए प्रभावी कदम उठाने के निर्देश दिए गए हैं। अब बारिश बहुत ज्यादा होगी तो मुश्किलें बढ़ सकती हैं। अन्यथा नालों की सफाई में कोई कसर नहीं छोड़ी जा रही।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.