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जम्मू-कश्मीर में बने ज्वेलरी इंडस्ट्रियल पार्क

बड़ी ब्राह्मणा इंडस्ट्रीज एसोसिएशन ने जम्मू-कश्मीर के केंद्र शासित प्रदेश बनने पर यहां जेम व ज्वैलरी इंडस्ट्री पार्क स्थापित करने की वकालत की।

By Rahul SharmaEdited By: Published: Sun, 15 Sep 2019 11:49 AM (IST)Updated: Sun, 15 Sep 2019 11:49 AM (IST)
जम्मू-कश्मीर में बने ज्वेलरी इंडस्ट्रियल पार्क
जम्मू-कश्मीर में बने ज्वेलरी इंडस्ट्रियल पार्क

जम्मू, जागरण संवाददाता । बड़ी ब्राह्मणा इंडस्ट्रीज एसोसिएशन ने जम्मू-कश्मीर के केंद्र शासित प्रदेश बनने पर यहां जेम व ज्वैलरी इंडस्ट्री पार्क स्थापित करने की वकालत करते हुए कहा है कि इससे स्थानीय युवाओं को रोजगार के अच्छे अवसर उपलब्ध होंगे। एसोसिएशन ने इसके समेत अन्य मांगों के समर्थन में शनिवार को नई दिल्ली में केंद्रीय वित्त राज्यमंत्री अनुराग ठाकुर से मुलाकात कर उन्हें ज्ञापन सौंपा।

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एसोसिएशन के प्रधान ललित महाजन की अगुआई में अनुराग ठाकुर से मिले प्रतिनिधिमंडल ने जम्मू-कश्मीर के मौजूदा उद्योगों, विस्तार करने वाले तथा नए उद्योगों व सर्विस सेक्टर के लिए वित्तीय पैकेज देने की वकालत की। कहा कि जम्मू-कश्मीर में विपरीत परिस्थितियों के चलते बिना सरकारी मदद के उद्योग नहीं चल सकता। ललित महाजन ने कहा कि राज्य के उद्योगपतियों ने तमाम अड़चनों के बावजूद जम्मू-कश्मीर में उद्योग क्षेत्र को जीवित रखा। ऐसे में केंद्र सरकार का दायित्व बनता है कि वह मौजूदा उद्योगपतियों को भी अतिरिक्त रियायत दे जिन्होंने तमाम अड़चनों-मुश्किलों के बावजूद उद्योग जारी रखा और आज करीब पांच लाख लोगों को रोजगार दे रहे हैं। जम्मू-कश्मीर में उत्पाद बेचने के लिए सीमित बाजार, पहाड़ी क्षेत्र हैं। राज्य में आज तक केंद्र व राज्य सरकार के रियायतों के दम पर ही उद्योग चलता रहा है और आगे भी मदद की आवश्यकता रहेगी।

ज्ञापन में केंद्र सरकार से मांगा यह सहयोग

- उद्योगपतियों को जमीन लीज पर देने के बजाय उन्हें मालिकाना अधिकार दिए जाएं।

- निर्धारित समय में सभी सुविधाओं से सुसज्जित औद्योगिक क्षेत्र विकसित किया जाए।

- केंद्र सरकार ने जीएसटी लागू होने के बाद राज्य के उद्योग को जो पैकेज दिया, उसे अगले बीस साल तक बढ़ाया जाए और रियायत को प्लाइंट एंड मशीनरी में निवेश के साथ न जोड़ा जाए।

राज्य सरकार यह सहयोग दे

सभी मौजूदा, विस्तार वाले व नए उद्योग को 100 फीसद सीजीएसटी व एसजीएसटी रिफंड हो जाए। 42 फीसद सीजीएसटी व 100 फीसद एसजीएसटी रिफंड हो रहा। यह मौजूदा उद्योग के लिए है, नए उद्योग में लाभ नहीं है।


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