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Jammu Kashmir : धर्मार्थ ट्रस्ट के मंदिरों को श्राइन बोर्ड के सरंक्षण में रखे जाने की मांग

धर्मार्थ ट्रस्ट प्रबंधन की तानाशही के खिलाफ धर्मार्थ ट्रस्ट इंप्लाइज एसोसिएशन ने वीरवार को दूसरे दिन श्री रघुनाथ जी मंदिर चौक में प्रदर्शन किया। प्रदर्शन करने वाले कर्मचारियों की मांग है कि उपराज्यपाल धर्मार्थ ट्रस्ट संविधान अनुसार स्वतंत्र काउंसिल का गठन करवाएं ताकि ट्रस्ट की संपत्ति काे बचाया जा सके।

By VikasEdited By: Published: Thu, 03 Dec 2020 08:36 PM (IST)Updated: Thu, 03 Dec 2020 08:36 PM (IST)
Jammu Kashmir : धर्मार्थ ट्रस्ट के मंदिरों को श्राइन बोर्ड के सरंक्षण में रखे जाने की मांग
धर्मार्थ ट्रस्ट इंप्लाइज एसोसिएशन ने वीरवार को दूसरे दिन श्री रघुनाथ जी मंदिर चौक में प्रदर्शन किया।

जम्मू, जागरण संवाददाता । धर्मार्थ ट्रस्ट प्रबंधन की तानाशही के खिलाफ धर्मार्थ ट्रस्ट इंप्लाइज एसोसिएशन ने वीरवार को दूसरे दिन श्री रघुनाथ जी मंदिर चौक में प्रदर्शन किया। प्रदर्शन करने वाले कर्मचारियों की मांग है कि उपराज्यपाल धर्मार्थ ट्रस्ट संविधान के अनुसार स्वतंत्र काउंसिल का गठन करवाएं ताकि ट्रस्ट की संपत्ति काे बचाया जा सके। प्रदर्शन कर रहे कर्मचारियों की मांग है कि धर्मार्थ ट्रस्ट के सभी मंदिरों के संरक्षण की जिम्मेदारी श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड को सौंपी जानी चाहिए ताकि मंदिरों का तरीके से रख रखाव हो सके और ट्रस्ट के कर्मचारियों को माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड के कर्मचारियों की तरह वेतन मिले।

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प्रदर्शन कर रहे एसोसिएशन के सदस्यों ने चेतावनी दी की जब तक उनकी मांगे पूरी नहीं होती धर्मार्थ ट्रस्ट के खिलाफ आंदोलन जारी रहेगा। प्रदर्शन में भाग लेने वालों में श्री रघुनाथ जी मंदिर, हरि भवन पुरमंडल, उत्तर बेहानी, बीरपुर केंद्रीय कार्यालय, करण भवन के कर्मचारियों ने भाग लिया।प्रदर्शन करने वालों में इस बात को लेकर रोष था कि एसोसिएशन के गठन के बाद उनसे कर्मचारियों की समस्याएं सुनने और उनके समाधान की ओर ध्यान देने के बजाए उनके पदाधिकारियों को निलंबित कर दिया गया।एसोसिएशन के साथ काम करने वाले कर्मचारियों को परेशान किया जा रहा है। एसोसिएशन के पदाधिकारियों पर झूठे आरोप लगाए जा रहे हैं कि चेयरमैन ट्रस्टी और ट्रस्ट प्रबंधन के खिलाफ असंवैधानिक भाषा का प्रयोग किया गया है।

कर्मचारियों का कहना है कि ऐसा कुछ नहीं किया गया है कि कर्मचारियों को निलंबित किया जाता। वेतन को लेकर कर्मचारियों की परेशानी वर्षो से चलती आ रही है। कर्मचारियों को न तो किसी नियम कानून के तहत वेतन मिलती है और न श्रम कानूनाें का तरीके से पालन किया जाता है।उनका कहना था कि ट्रस्ट आधारहीन बातें कर समय बर्बाद कर रहा है। दुखद है कि उनकी मांगों को पूरी करने की ओर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा।सबसे पहले तो कर्मचारियों को श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड के कर्मचारियों की तरह वेतना मिलना चाहिए। निलंबित कर्मचारियों को बहाल किया जाए। वोनस के रूप में महीने का वेतन, इएसआई योजना लागू की जाए।


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