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घगवाल को सांबा व राजपुरा को रामगढ़ विस क्षेत्र से जोड़ना मंजूर नहीं

फोरम के जम्मू कश्मीर के संयोजक मुकरजीत शर्मा की अध्यक्षता में हुई बैठक में डीडीसी सदस्य घगवाल सुरेश कुमार फल्ली डीडीसी सदस्य राजपुरा आशा रानी ओबीसी बोर्ड के पूर्व उपाध्यक्ष रशपाल वर्मा सहित विभिन्न पंचायतों के सरंपच एवं सदस्य शामिल रहे।

By Edited By: Published: Mon, 24 Jan 2022 08:28 AM (IST)Updated: Mon, 24 Jan 2022 08:36 AM (IST)
घगवाल को सांबा व राजपुरा को रामगढ़ विस क्षेत्र से जोड़ना मंजूर नहीं
यदि ऐसा होगा तो उन्हें ये रिपोर्ट कतई मंजूर नहीं होगी।

जागरण संवाददाता, कठुआ : डिलीमिटेशन फोरम जम्मू कश्मीर ने परिसीमन की प्रस्तावित रिपोर्ट में घगवाल को सांबा व राजपुरा को रामगढ़ से जोड़ने से संबधित प्रस्ताव पर विरोध जाहिर किया है। रविवार को राजपुरा में आयोजित बैठक के दौरान फोरम के सदस्यों ने प्रस्ताव पारित कर आयोग को भेजने की तैयारी को अंतिम रूप दिया।

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फोरम के जम्मू कश्मीर के संयोजक मुकरजीत शर्मा की अध्यक्षता में हुई बैठक में डीडीसी सदस्य घगवाल सुरेश कुमार फल्ली, डीडीसी सदस्य राजपुरा आशा रानी, ओबीसी बोर्ड के पूर्व उपाध्यक्ष रशपाल वर्मा सहित विभिन्न पंचायतों के सरंपच एवं सदस्य शामिल रहे। बैठक में फोरम के मुकरजीत शर्मा ने कहा कि गत 20 दिसंबर को दिल्ली में हुई परिसीमन आयोग की बैठक में प्रस्तावित रिपोर्ट में घगवाल को हीरानगर विधानसभा क्षेत्र से अलग करके सांबा क्षेत्र के साथ और हीरानगर क्षेत्र का ही हिस्सा राजपुरा को प्रस्तावित रामगढ़ विस क्षेत्र के साथ जोड़ने की बात सामने आ रही है।

यदि ऐसा होगा तो उन्हें ये रिपोर्ट कतई मंजूर नहीं होगी। हालांकि वो आयोग की फाइनल रिपोर्ट का इंतजार कर रहे हैं, लेकिन अगर प्रस्तावित रिपोर्ट में उपरोक्त दो महत्वपूर्ण क्षेत्र को तोड़कर दो अलग-अलग वो भी राजपुरा को आरक्षित रामगढ़ नए विस क्षेत्र के साथ जोड़ने का प्रस्ताव है तो आयोग उसे वापस ले अन्यथा घगवाल व राजपुरा के लोग, पंचायत व जिला विकास परिषद के सदस्य आंदोलन के लिए मजबूर हो जाएंगे। बैठक का उद्देश्य सरकार और आयोग के समक्ष अपनी राय और प्रस्ताव पेश करना था।

जनता की राय लेना चाहिए : मुकरजीत ने कहा कि उनकी फोरम आयोग के परिसीमन का स्वागत करती है। इसमें अगर कठुआ जिले में नया कंडी विस क्षेत्र गठित किया गया है या सांबा में नया बनाया गया तो उसका भी स्वागत है, लेकिन उनके साथ वहां की जनता की राय लिए बिना ही जोड़ा जाना, उचित नहीं है और न ही स्वीकार करने के योग्य होगा। अगर आयोग का परिसीमन जनता के हितों के खिलाफ होगा तो उसका विरोध भी जमकर होगा। इसके लिए फोरम आयोग की फाइनल रिपोर्ट का इंतजार कर रही है। बैठक में सरपंच विजय शर्मा, कुलवीर ¨सह जसरोटिया, रामधन, गणेश दास, सुरेश कुमार, देवेंद्र ¨सह, सुशील कुमार, योग राज शर्मा, शिवचरण ¨सह, सत पाल शर्मा, राजेश ¨सह,धर्मपाल, महेश कुमार, प्रेम पाल, गणेश वर्मा, यश पाल शर्मा, सुभाष चंद्र आदि शामिल रहे।


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