Jammu Kashmir : उपराज्यपाल को पत्र लिखकर 12वीं की परीक्षाएं रद करने की मांग
नेशनल स्टूडेंट यूनियन आफ इंडिया के राष्ट्रीय प्रधान नीरज कुंदन ने सीबीएसई की तर्ज पर जम्मू कश्मीर बोर्ड आफ स्कूल एजूकेशन की बारहवीं कक्षा की परीक्षाएं रद करने के लिए जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा को पत्र लिखा है।
जम्मू, राज्य ब्यूरो : नेशनल स्टूडेंट यूनियन आफ इंडिया के राष्ट्रीय प्रधान नीरज कुंदन ने सीबीएसई की तर्ज पर जम्मू कश्मीर बोर्ड आफ स्कूल एजूकेशन की बारहवीं कक्षा की परीक्षाएं रद करने के लिए जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा को पत्र लिखा है। उपराज्यपाल को लिखे पत्र में नीरज कुंदन ने कहा कि कोरोना महामारी ने छात्रों को पहले से ही बहुत प्रभावित किया है और दूसरी लहर पहले की तुलना में बहुत ज्यादा खतरनाक साबित हो रही है। उन्होंने कहा कि वैज्ञानिक एवं सलाहकारों के अनुसार भविष्य में तीसरी लहर भी जरूर आएगी। मंत्री विजय राघवन ने खुद कहा कि तीसरी लहर जरूर आएंगी, लेकिन यह स्पष्ट नहीं है कि तीसरी लहर किस समय पर होगा।
कुंदन ने कहा कि केंद्र सरकार भी सीबीएसई बारहवीं कक्षा की परीक्षा आयोजित करवाने वाली थी, लेकिन खतरे को देखते हुए कुछ दिन पहले सरकार ने रद कर दिया, जिससे छात्रों को काफी राहत मिली। केंद्र के इस फैसले के बाद महाराष्ट्र और कर्नाटक जैसे राज्यों ने भी कोरोना के खतरे को देखते हुए छात्रों की परीक्षाएं रद की। हम इस बात से सहमत हैं कि बच्चों की पढ़ाई दाव पर लगी है, लेकिन बच्चों के जीवन से ज्यादा महत्वपूर्ण कुछ नहीं है।
नीरज कुंदन ने आगे कहा कि इस पत्र से इतना ही निवेदन करना है कि प्रदेश के प्रशासन को भी लंबित जम्मू कश्मीर बोर्ड आफ स्कूल एजूकेशन की बारहवीं कक्षा की परीक्षाओं को रद कर देना चाहिए। यह भी कहा कि टीकाकरण नीति के अनुसार केवल 18 वर्ष से अधिक आयु के लोग ही टीके के लिए पात्र हैं और इन परीक्षाओं में बैठने वाले ज्यादातर छात्रों की आयु 18 वर्ष से कम है, जिस कारण वर्तमान में उनके टीकाकरण को लेकर सरकार के पास कोई नीति नहीं है। टीकाकरण की वर्तमान गति और इसकी कमी को देखते हुए छात्रों को टीका लगवाने में बहुत समय लग जाएगा।