Jammu Kashmir: स्कूलों में ऑफलाइन या ऑनलाइन कक्षाओं का फैसला डिप्टी कमिश्नरों के हवाले
जम्मू कश्मीर में कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए शिक्षा विभाग ने निर्देश दिए है कि सेकेंडरी स्तर के सभी सरकारी और प्राइवेट स्कूलों में दसवीं ग्यारहवीं और बारहवीं कक्षा की परीक्षाओं के समय में आफ लाइन कक्षाएं नहीं लगाई जाए।
जम्मू, राज्य ब्यूरो: जम्मू कश्मीर में कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए स्कूल शिक्षा विभाग ने स्कूलों को खुला रखने, ऑफलाइन या ऑनलाइन कक्षाएं चलाने का फैसला डिप्टी कमिश्नरों पर छोड़ दिया है। स्कूल शिक्षा विभाग के उपसचिव उमेश शर्मा की तरफ से जारी आदेश के तहत स्कूलों की तरफ से ऑनलाइन या ऑफलाइन कक्षाएं लगाने पर फैसला करें। विद्यार्थियों की सुरक्षा का ख्याल रखा जाए। स्कूलों को लेकर फैसला करने के लिए डिप्टी कमिश्नर संबंधित मुख्य शिक्षा अधिकारी से सलाह मशवरा कर सकते हैं।
बताते चले कि स्कूलों में नया अकादमिक सत्र शुरू हो गया है। अधिकतर स्कूल पहली कक्षा से लेकर छठी कक्षा तक ऑनलाइन व सातवीं कक्षा से लेकर बारहवीं कक्षा तक आफ लाइन कक्षाएं लगा रहे है। कोरोना के बढ़ते मामलों के बाद स्कूलों में भी मामले आए है।
कुछ स्कूलों में विद्यार्थियों और स्टाफ सदस्यों के कोरोना संक्रमित हो जाने से स्कूलों को कुछ समय के लिए बंद भी किया गया है। ऐसे में विभाग ने गंभीरता दिखाते हुए डिप्टी कमिश्नरों से विद्यार्थियों की सुरक्षा को ध्यान में रखकर कदम उठाने के अधिकार दे दिए हैं।
जम्मू कश्मीर में कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए शिक्षा विभाग ने निर्देश दिए है कि सेकेंडरी स्तर के सभी सरकारी और प्राइवेट स्कूलों में दसवीं, ग्यारहवीं और बारहवीं कक्षा की परीक्षाओं के समय में आफ लाइन कक्षाएं नहीं लगाई जाए। विभाग के प्रशासनिक सचिव बीके सिंह की तरफ से जारी आदेश के तहत सभी सरकारी और प्राइवेट स्कूल जिनमें दसवीं, ग्यारहवीं या बारहवीं कक्षा की परीक्षाएं होनी या हो रही है और जिनमें परीक्षा केंद्र बने हुए है, वहां परीक्षाओं के दिनों में आफ लाइन कक्षाएं नहीं लगाई जाए। परीक्षाओं के दिनों में आन लाइन कक्षाएं चलती रहें ताकि विद्यार्थियों की पढ़ाई प्रभावित न हो।