DDC Election Phase-2: कश्मीर के आतंकवाद ग्रस्त इलाकों में सिर चढ़कर बोल रहा मतदान का जोश
मतदान के लिए पहुंच रहे लोगों को सैनेटाइज करने के बाद ही मतदान के लिए हाल में प्रवेश करने दिया जा रहा है। जिस मतदाता के पास माॅस्क नही है उसे माॅस्क उपलब्ध करवाने का भी बंदोबस्त किया गया है।
जम्मू, जेएनएन। जम्मू-कश्मीर में जिला विकास परिषद चुनाव के दूसरे चरण के मतदान की प्रक्रिया शुरू हो गई है। सुबह 7 बजे वोटिंग के लिए मतदान केंद्रों के खुलते ही लोग पहुंचना शुरू हो गए थे। आज प्रदेश के 14 जिलों में 43 सीटों के लिए मतदान हो रहे हैं। आतंकवाद ग्रस्त, पाकिस्तानी की गोलाबारी प्रभावित इलाकों में तड़के ठंड होने की वजह से अभी इक्का-दुक्का लोग ही पहुंच रहे हैं परंतु धूप निकलते ही मतदान की प्रक्रिया में तेजी दर्ज की जाएगी। मतदान का जोश फिर सिर चढ़कर बाेलेगा।
मतदान को कामयाब बनाने के लिए सुरक्षा कर्मियों व पोलिंग स्टाफ ने प्रदेश के दुर्गम, बर्फीले इलाकों समेत सभी मतदान केंद्राें में मोर्चा संभाला हुआ है। प्रदेश की इन 43 सीटों में से 25 कश्मीर व 18 जम्मू संभाग की हैं। प्रदेश में मतदान को कामयाब बनाने के लिए 2142 मतदान केंद्र बनाए गए हैं। इनमें से 837 जम्मू संभाग में तो 1305 मतदान केंद्र कश्मीर में हैं।
सिक्योरिटी प्लान के तहत जिलों में तैनात सुरक्षा कर्मियों के साथ केंद्र सरकार की 165 अतिरिक्ति कंपनियां तैनात की गई हैं। प्रशासन के अनुसार घाटी में आज जहां-जहां मतदान हो रहा है, वे सभी संवेदनशील इलाकों में पड़ते हैं। इसके चलते इन इलाकों में सुरक्षा के कड़े प्रबंध किए गए हैं। आज हो रहे मतदान में 795118 मतदाता 321 उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला करेंगे। करीब आठ मतदाताओं में से 388273 जम्मू संभाग से व 406845 कश्मीर संभाग से हैं। कश्मीर संभाग में 212024 पुरूष व 194821 महिला मतदाता हैं। वहीं जम्मू संभाग में 204721 पुरूष व 183553 महिला मतदाता हैं।
वहीं दूसरी ओर चुनाव मे भाग्य आजमा रहे 321 उम्मीदवारों में से 196 कश्मीर से व 125 जम्मू संभाग से हैं। कश्मीर के आतंकवाद ग्रस्त इलाकों में सुरक्षा के त्रिस्तरीय बंदोबस्त किए गए हैं।
प्रदेश में जिला विकास परिषद की 280 सीटों के लिए मतदान होना है। हर जिले में 14-14 सीटें हैं। आठ चरणों के मतदान के लिए जम्मू कश्मीर में 57 लाख मतदाता हैं। प्रदेश चुनाव आयुक्त केके शर्मा के आदेश पर मतदान केंद्रों में कोविड 19 की रोकथाम को लेकर भी पूरे प्रबंध किए गए हैं। केंद्रों में सैनीटाइजर के साथ थर्मल स्कैनर भी उपलब्ध किए गए हैं। मतदान के लिए पहुंच रहे लोगों को सैनेटाइज करने के बाद ही मतदान के लिए हाल में प्रवेश करने दिया जा रहा है। जिस मतदाता के पास माॅस्क नही है उसे माॅस्क उपलब्ध करवाने का भी बंदोबस्त किया गया है। यही नहीं कतारों में भी इन्हें शारीरिक दूरी का पालन करते हुए खड़ा किया जा रहा है।