पहल हमारी समर्पण आपका: अध्यापिकाओं को आत्म रक्षा के गुर सीखा आत्मनिर्भर बनाया
कार्यशाला में ब्लैक बेल्ट पल्लवी शर्मा ने स्कूल की अध्यापिकाओं को आत्मरक्षा के गुर सीखाए। पल्लवी ने वर्ष 2012 में राष्ट्रीय कराटे प्रतियोगिता में स्वर्ण पदक जीता था।
जम्मू, जागरण संवाददाता। आत्म रक्षा के गुर सीखा कर महिलाओं का मनोबल बढ़ाने के उद्देश्य से दैनिक जागरण की ओर से कार्यक्रम पहल हमारी समर्पण आपका के तहत दीवान देवी हायर सेकेंडरी स्कूल में आत्म रक्षा के गुर सीखाने के लिए एक दिवसीय आत्म रक्षा कार्यशाला का आयोजन किया गया।
कार्यशाला में ब्लैक बेल्ट पल्लवी शर्मा ने स्कूल की अध्यापिकाओं को आत्मरक्षा के गुर सीखाए। पल्लवी ने वर्ष 2012 में राष्ट्रीय कराटे प्रतियोगिता में स्वर्ण पदक जीता था। उज्जवेकिस्तान में आयोजित एशियन कराटे चैंपियनशिप में भाग लेने वाली राज्य की पहली महिला कराटे प्लेयर बनी। वर्ष 2015 में उन्हें यंग वूमेन अचीवर अवार्ड फार स्पोर्ट्स से नवाजी गई। अब तक विभिन्न प्रतियोगिताओं में 35 स्वर्ण पदक जीत चुकी हैं। अब तक 500 से अधिक खिलाड़ियों को प्रशिक्षण दे चुकी हैं। आत्म रक्षा कार्यशाला में प्रतिभागी अध्यापकों को बताया गया कि कैसे आत्म विश्वास के साथ वह बड़ी से बड़ी दुर्घटना से निकल सकती हैं।
स्कूल की प्रिंसिपल सलोनी आनंद ने कहाकि पिछले कुछ समय से क्राइम अगेंस्ट विमेन काफी बढ़ा है। मेट्रो शहर, छोटे शहर या फिर गांव-कस्बे, महिलाएं अकेले बाहर जाने में कहीं सुरक्षित महसूस नहीं करतीं। जिन महिलाओं को कभी-कभी बाहर निकलना होता है। उन्हें तो उनके परिवार और रिश्तेदार अपनी सुरक्षा दे देते हैं लेकिन मुसीबत उनकी होती है, जिन्हें स्कूल-कॉलेज और ऑफिस जैसी जगहों से रोज अकेले बाहर निकलना पड़ता है। ऐसी महिलाओं के लिए जरूरी है कि उन्हें आत्मरक्षा के गुर आते हों। सेल्फ डिफेंस की ऐसी बहुत सी तकनीक मौजूद हैं। जिन्हें अगर आप सीख लें तो आप अपनी सुरक्षा के लिए काफी हद तक अपने आप पर निर्भर रह सकती हैं।
प्रशिक्षण दे रही पल्लवी शर्मा ने कहा कि किसी भी परेशानी से निपटने के लिए जरूरी है कि पहले अपने पर विश्वास हो। मार्शल आर्ट तो एक पूर्ण कला है जिससे आत्म रक्षा संभव है। लेकिन मार्शल आर्ट न भी आते हों तो भी अपनी रक्षा संभव है। कराटे में विभिन्न ऐरोबिक मूवमेंट्स होते हैं जैसे कि किक, पंच, ऐल्बो व नी स्ट्राइक, ओपन हैंड टेकनीक। कराटे सीखने से महिलाओं की बॉडी फ्लेक्सिबल हो जाती है। जिससे वो उन पर अटैक करने वालों से लड़ने के लिए सक्षम होती हैं। इसमें थ्रो, जॉइंट लॉक और रेस्ट्रेंट्स जैसी टेकनीक भी सिखाई जाती है। जो मुसीबत के वक्त काम आती है।
पल्लवी ने बताया कि महिलाओं के सेल्फ डिफेंस से जुड़े जो टिप्स बताए हैं। उसमें किसी पुरुष के अलग-अलग बॉडी पार्ट पर अटैक करना होता है। हालांकि, एक बार में सिर्फ 1 या 2 जगह पर ही अटैक करना होता है। इन अंगों में आंखें, नाक, गर्दन, घुटना और ग्रॉइन शामिल है।
प्रशिक्षण के दौरान दर्शाया गया कि यदि कोई आपका हाथ पकड़ता है। तब अपने दोनों हाथों से उसके हाथ की दो-दो उंगलियों को पकड़कर अपोजिट डायरेक्शन में खींच दें। उसके बाद, एक हाथ छोड़कर छेड़ने वाली की गर्दन के कंठ में जोर से अपनी एक उंगली को घुसाएं।
यदि कोई आपको सामने की तरफ से पकड़ता है तब अपने सिर से सामने वाले की नाक पर जोर से प्रहार करें। जैसे ही वो अनबैलेंस हो अपने पैर के घुटने से उसके ग्रॉइन पर अटैक करें। इन दोनों प्रहार से सामने वाला पूरी तरह पस्त हो जाएगा। प्रशिक्षण लेने वाली अध्यापिकाओं को बताया गया कि यदि कोई आपको सामने की तरफ से पकड़ता है और आपकी लंबाई उससे कम है। तब अपने एक हाथ से रोकें और दूसरे से उसकी ठोडी पर जोर से अटैक करें। जैसे ही वो अनबैलेंस हो तुरंत अपने पैर के घुटने से उसके ग्रॉइन पर अटैक करें। सामने वाला पूरी तरह पस्त हो जाएगी। वहीं अगर कोई आपकी कलाई पकड़ता है। तब अपने हाथ को जोर से क्लॉक वाइज घुमाएं। ऐसा करना से आपके हाथ की पकड़ ढीली हो जाएगी और उसे आसानी से छुटा पाएंगी।
वहीं अगर कोई आपको पीछे की तरफ से पकड़ता है तब सबसे पहले अपने सिर के पीछे की तरफ से उसके चेहरे पर अटैक करें। इससे वह हड़बड़ा जाएगा। फिर तेजी से झुककर उसके घुटने पर अटैक करके मोड़ दें। अब उसका एक पैर पकड़कर ऊपर की तरफ उठा दें। ऐसा करने से वो जमीन पर गिर जाएगा। अगर कोई साइड से पकड़ता है। तब उसी साइड वाले हाथ की कोहनी से उसके चेहरे पर वार करें। वो जैसे ही अनबैलेंस हो अपने दोनों हाथों को पकड़कर फिर उसी कोहनी से पूरी ताकत लगाकर उसे पेट पर अटैक करें।
अगर कोई आपको दीवार के सहारे टिकाकर परेशान कर रहा है। तब हथेली से उसके कंधे के नीचे तरफ मारें। ऐसा करने से उसका वो हाथ नीचे हो जाएगा। अब तेजी से अपना एक मुक्का उसके चेहरे पर मारें। साथ ही, अपने सिर से भी उसके चेहरे पर अटैक करें। यह सभी अभ्यास करने से आसानी से संभव हो सकता है। पल्लवी ने महिलाओं को नियमित एक्सरसाइज करने के लिए प्रेरित करते हुए कहा कि शरीर फिट होगा तो वैसे ही सामने वाला किसी प्रकार बदस्लूकी करने से डरेगा।
कार्यक्रम के समापन पर स्कूल के चेयरमैन सुभाष चंद्र सूरी ने कार्यक्रम के आयोजन के लिए दैनिक जागरण का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि महिला दिवस पर इससे अच्छा क्या होगा कि इतनी अध्यापिकाओं को आत्मरक्षा के गुर सिखाएं गए हैं। इससे यह कला दूसरी कई छात्राओं तक पहुंचेगी। स्कूल के प्रशासक अश्विनी सूरी ने धन्यवाद प्रस्ताव पारित किया। उन्होंने कहा कि दैनिक जागरण की इस पहल का कोई भी लाभ उठा सकता है। अगर आप भी दैनिक जागरण के माध्यम से पलवी शर्मा से जुड़ना चाहते हैं आैर आत्मरक्षा के गुर सीखने की इच्छा रखते हैं तो 9797683044 पर संपर्क करें। यां फिर sidharthverma@jmu.jagran.com पर भी लिख सकते हैं।