Jammu Kashmir Cyber Crime: अब हर महीने के पहले बुधवार बच्चों को पढ़ाया जाएगा साइबर क्राइम
गृह विभाग ने साइबर क्राइम बारे बच्चों को जागरूक करने के लिए इंडियन साइबर कोआर्डिनेशन सेंटर योजना शुरू की है। इसके लिए मंत्रालय ने साइबरक्राइम रिपोर्टिंग पोर्टल तैयार किया है जिसमें कोई भी क्राइम साइबर संबंधी शिकायत भी दर्ज करवा सकता है।
जम्मू, जागरण संवाददाता : जम्मू कश्मीर में बच्चों को अब शिक्षा विभाग साइबर क्राइम भी पढ़ाएगा। हर महीने के पहले बुधवार शिक्षा विभाग बच्चों को साइबर क्राइम पढ़ाएगा और उन्हें साइबर क्राइम बारे जानकारी आैर उससे बचाव बारे जागरूक भी करेगा।
यह पहल जम्मू कश्मीर शिक्षा विभाग गृह मंत्रालय के दिशा निर्देश पर करने जा रहा है। गृह विभाग ने साइबर क्राइम बारे बच्चों को जागरूक करने के लिए इंडियन साइबर कोआर्डिनेशन सेंटर योजना शुरू की है। इसके लिए मंत्रालय ने साइबरक्राइम रिपोर्टिंग पोर्टल तैयार किया है जिसमें कोई भी क्राइम साइबर संबंधी शिकायत भी दर्ज करवा सकता है। वहीं जम्मू कश्मीर में प्रशासनिक विभाग और क्राइम ब्रांच मुख्यालय ने शिक्षा विभाग को निर्देश हैं कि सभी स्कूलों के छठी से बारहवीं तक के बच्चों को साइबर क्राइम बारे जागरूक किया जाए और प्रत्येक महीने के पहले बुधवार को साइबर जागरूकता दिवस मनाया जाए जिसमें बच्चों को साइबर क्राइम पढ़ाया जाए।
वहीं शिक्षा निदेशालय जम्मू ने भी सभी सरकारी व निजी स्कूलों के हेडमास्टरों, प्रिंसिपलों को निर्देश दिए हैं कि वे बच्चों को इस बारे जागरूक करें और उन्हें पोर्टल के साथ जोड़ें ताकि वे जागरूक हो सकें। इस योजना के तहत बच्चों को नेशनल साइबरक्राइम पोर्टल और ट्विटर हेंडल, इंस्टाग्राम, फेसबुक पेज साइबर दोस्त बारे जानकारी देने के निर्देश भी दिए गए हैं। वहीं स्कूलों के प्रभारियों इस संदर्भ में लघु फिल्में, इंटर हाउस प्रतियोगिताएं, संगोष्ठियां, भाषण, क्विज प्रतियोगिता, स्लोक राइटिंग, लघु नाटक आदि के आयोजन बारे भी निर्देश दिए हैं।
जम्मू कश्मीर टीचर्स फोरम के प्रांतीय प्रधान कुलदीप सिंह बंदराल का कहना है कि आज के दौर में सबको क्राइम ब्रारे जानकारी होनी चाहिए। हर हाथ मोबाइल और उस पर इंटरनेट की सुविधा होने से साइबर क्राइम के मामले बढ़ गए हैं। ऐसे में बच्चे आसानी से इसका निशाना बन सकते हैं। बच्चों को जागरूक करना बहुत आवश्यक है। हालांकि शिक्षा विभाग अपने स्तर पर समय समय पर साइबर क्राइम बारे बच्चों को जागरूकता आ रहा है।