Cyber Crime in Jammu: जम्मू में साइबर ठगी के मामले बढ़े, फर्जी फेसबुक अकाउंट बनाने की अधिक शिकायतें आई
Cyber Crime in Jammu कई बार ऐसा भी देखा गया है कि फर्जी फेसबुक आईडी बनाकर देश विरोधी गतिविधियों और अश्लील हरकतें को अंजाम देकर व्यक्ति को बदनाम करने की कोशिश भी की जाती हैं। पुलिस ने लोगों को अपनी फेसबुक प्रोफॉइल को लॉक रखें की सलाह दी हैं।
जम्मू, दिनेश महाजन: नववर्ष के अवसर पर जम्मू पुलिस ने लोगों ने आन लाइन ठगी से खुद को बचाने की सलाह दी हैं। पुलिस ने लोगों से सोशल मीडिया या अनजान व्यक्ति से अपनी वित्तीय जानकारियों सुरक्षित रखने को कहा हैं। जम्मू पुलिस के अनुसार बीते वर्ष सबसे अधिक शिकायतें फेसबुक से फोटो को चुरा कर फर्जी अकाउंट तैयार करने की आई थी।
फेसबुक से व्यक्ति की तस्वीर को चुराने के बाद सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर उसके नाम के फर्जी आईडी तैयार कर लिए जाते हैं। इसके बाद उक्त व्यक्ति के जान पहचान के लोगों से पैसे मांगते जाते हैं। कई बार ऐसा भी देखा गया है कि फर्जी फेसबुक आईडी बनाकर देश विरोधी गतिविधियों और अश्लील हरकतें को अंजाम देकर व्यक्ति को बदनाम करने की कोशिश भी की जाती हैं। पुलिस ने लोगों को अपनी फेसबुक प्रोफॉइल को लॉक रखें की सलाह दी हैं।
पुलिस ने लोगों को यह भी सुझाव दिया है कि वह अपने बैंक खाते या कार्ड का आसान पासवर्ड न रखें। जैसे कि मोबाइल फोन का नंबर जन्म की तिथि। सोशल मीडिया में जो लोग आपके जान पहचान नहीं है उनसे दोस्ती ना करें।
लालच में ठगों के शिकार हो जाते हैं लोग: एसएसपी जम्मू श्रीधर पाटील का कहाकि अगर कोई भी व्यक्ति ऑनलाइन ठगी का शिकार होता है तो तुरंत इसकी शिकायत पुलिस थाने में दर्ज करवाए। जिससे पुलिस तुरंत हरकत में आएगी और आरोपित तक पहुंच पाएगी। इन दिनों विशिंग के जरिए साइबर ठग लोगों को चूना लगा रहे हैं। जिसके तहत फोन पर एसएमएस या ई-मेल भेजा जाता हैं। इसमें व्यक्ति को लालच दिया जाता हैं। जिसमें लाटरी लगने, नया व्यापार शुरू करने या डोनेशन देने का झांसा देकर ठग व्यक्ति से उसके बैंक खाते या निजी जानकारी हासिल कर लेते हैं और लालच में आकर व्यक्ति सारी जानकारी दे देता है।
सावधानी से साइबर ठगी से बचा जा सकता हैं
- फोन पर किसी को अपनी बैंक डिटेल न दें।
- सोशल साइटों पर अपनी व्यक्तिगत जानकारी न डालें।
- बैंकिंग या डेबिट कार्ड का पिन किसी को ना दे। थोड़े थोड़े समय के बाद पासवर्ड बदलते रहें।
- बैंक के कस्टमर केयर एक्जीक्यूटिव फोन या ई-मेल पर आपकी पर्सनल जानकारी नहीं मांगते।
- फोन और ई-मेल से आई ओटीपी शेयर न करें
- लेनदेन की रसीद जरूर ले लें
ऑनलाइन ठगी होने पर क्या करे: रिजर्व बैंक आफ इंडिया द्वारा जारी एडवाजरी के अनुसार यदि कोई आन लाइन ठगी का शिकार होता हैं तो वह अपने बैंक को तुरंत इसकी जानकारी दे, ताकि बैंक खाते को लेन-देन के लिए बंद किया जा सके। बैंकों को शिकायतकर्ता के पैसों की कुछ शर्तों पर भरपाई भी करनी पड़ती हैं। इसके साथ ही पुलिस थाने में भी मामले की शिकायत दर्ज करवाकर उसकी एफआईआर की कापी अपने पास रख ले।