Coronavirus: सीआरपीएफ के 200 जवान-अधिकारी क्वारंटाइन केंद्रों में भेजे, कहा- एहतियातन उठाया गया कदम
सीआरपीएफ ने अपने जवानों और अधिकारियों को पूरी सतर्कता बरतने सोशल डिस्टेंसिंग और हेल्थ प्रोटोकाॅल का पालन करने का सख्त निर्देश दिया है।
श्रीनगर, राज्य ब्यूरो। कश्मीर घाटी में कोरोना वायरस के संक्रमण के बढ़ते मामलों को देखते हुए सीआरपीएफ ने भी एहतियात के तौर पर लगभग 200 जवानों व अधिकारियों को यूनिट स्तर पर क्वारंटाइन केंद्रों में भेजा है। सीआरपीएफ ने अपने जवानों और अधिकारियों को पूरी सतर्कता बरतने, सोशल डिस्टेंसिंग और हेल्थ प्रोटोकाॅल का पालन करने का सख्त निर्देश दिया है। सूत्रों के मुताबिक, लगभग 200 सीआरपीएफ जवान फिलहाल क्वारंटाइन केंद्रों में रखे गए हैं।
ये जवान कोरोना वायरस के संक्रमण से निपटने के लिए जम्मू कश्मीर प्रशासन का पूरा सहयोग कर रहे हैं। यही नहीं ये जवान अपने संगठन के भीतर संबधित गतिविधियों की निगरानी व अन्य संबधित सुरक्षा एजेंसियों के साथ समन्वय भी बनाए हुए हैं। ऐसे में इनकी स्वस्थ्यता का पूरा ध्यान रखा जा रहा है। सीआरपीएफ ने डीआईजी टी जैकब को अपना नोडल अधिकारी भी नियुक्त किया है। इसके साथ ही सभी बटालियनों के कमांडेंट को निर्देश दिया गया है कि वे यूनिट स्तर पर क्वारंटाइन केंद्र तैयार कर उनमें सभी आवश्यक चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध कराएं। जवानाें व अधिकारियों का नियमित तौर पर स्वास्थ्य परीक्षण हो।
सीआरपीएफ के प्रवक्ता प्रवीण सिंह के मुताबिक उनकी अपनी यूनिट में 27 जवानों व अधिकारियों को क्वारंटाइन किया गया है। अन्य सभी यूनिटों में भी क्वारंटाइन की प्रक्रिया को अनिवार्य बनाया गया है। हमारे जवान कश्मीर के हर हिस्से में तैनात हैं। सीआरपीएफ जवान कानून व्यवस्था की स्थिति बनाए रखने से लेकर आतंकरोधी अभियानों में लगातार भाग ले रहे हैं। विभिन्न भीड़ भरे इलाकों में अकसर हमारे जवान-अधिकारी स्थानीय लोगों के साथ संपर्क में भी रहते हैं।
वादी में क्वारंटाइन केंद्रों में रखे गए सीआरपीएफ के जवानों व अधिकारियों की संख्या की पुष्टि से इंकार करते डीआईजी टी जैकब ने कहा कि हमने एहतियात के तौर पर अपने जवानों व अधिकारियों के लिए इस प्रक्रिया काे अनिवार्य बनाया है। इसलिए हरेक यूनिट में क्वारंटाइन केंद्र भी बनाए गए हैं। ईश्वर की कृपा से सीआरपीएफ में सब कुछ ठीक है। हमने सिर्फ आपात परिस्थितियों में ही अपने जवानों व अधिकारियों को यात्रा की अनुमति दी है। इसके साथ ही अवकाश पर गए जवानों व अधिकारियों की छुट्टी को भी 15 दिनों के लिए बढ़ाया है। इस आदेश के लागू होने से पहले जो जवान व अधिकारी छुट्टी से लौटे हैं, उन्हें क्वारंटाइन किया जा रहा है। हम कोई चूक नहीं चाहते।
उन्होंने बताया कि सभी बटालियनों के कमांडेंट व अन्य वरिष्ठ अधिकारियों काे निर्देश दिया गया है कि वे यूनिट में जवानों को सुबह-शाम कोरोना वायरस से जुड़े मामलों पर जागृत करें। उन्हें समझाएं कि वे जब कभी कहीं भी आप्रेशनल ड्यूटी पर रहें या आम लोगो के साथ व्यवहार करें तो इस महामारी से बचने के लिए तय नियमों का पूरा पालन करें। इसके अलावा हमने लंगर में, मैस में मिल बैठकर भाेजन करने पर भी रोक लगा दी है। सभी को निर्देश दिया है कि वे आपस में एक निश्चित दूरी रखते हुए ही बारी-बारी भाेजन करें। ड्यूटी से लौटने वाले जवानाें को खुद को सैनिटाइज कर ही बेरकों व अन्य जगहोंं पर जाने की अनुमति है। सभी बैरकों व अन्य प्रतिष्ठानों को लगातार सैनिटाइज किया जा रहा है।