Militancy In Kashmir : सीआरपीएफ की पांच और कंपनियां घाटी भेंजी, श्रीनगर के साथ लगते इलाकों में होंगी तैनात
सुरक्षा तंत्र को मजबूत बनाने के लिए केंद्रीय गृहमंत्रालय ने केंद्र शासित जम्मू कश्मीर प्रदेश में सीआरपीएफ बीएसएफ और एसएसबी समेत विभिन्न केंद्रीय अर्धसैनिक बलों की 50 कंपनियों को भेजा है। इनमें से 20 जम्मू प्रांत में और 30 को कश्मीर प्रांत में तैनात किया गया है।
श्रीनगर, राज्य ब्यूरो : बढ़ती आतंकी गतिविधियों पर अंकुश लगाने और आतंकरोधी अभियानों को धार देने के लिए सीआरपीएफ की पांच अतिरिक्त कंपनियां अगले चंद दिनों में श्रीनगर और उसके साथ सटे इलाकों में तैनात कर दी जाएंगी। ये कंपनियां दिल्ली समेत देश के अन्य राज्यों से भेजी जा रही हैं।
उल्लेखनीय है कि वादी में बीते एक-डेढ़ माह के दौरान आतंकी हिंसा में तेजी आई है। पहली अक्टूबर के बाद से अब तक वादी में विशेषकर श्रीनगर में ही नौ लोगों की टारगेट र्किंलग हो चुकी है। इनमें पांच गैर मुस्लिम और एक पुलिसकर्मी है। इसके अलावा श्रीनगर में ग्रेनेड और पेट्रोलबम हमले की भी लगभग सात घटनाएं हो चुकी हैं। दो हत्याएं बीते रविवार और सोमवार को हुई हैं।
आतंकी गतिविधियों में तेजी से वादी में लोगों के बीच एक बार फिर असुरक्षा और भय की भावना पैदा हो चुकी है। सुरक्षा तंत्र को मजबूत बनाने के लिए केंद्रीय गृहमंत्रालय ने केंद्र शासित जम्मू कश्मीर प्रदेश में सीआरपीएफ, बीएसएफ और एसएसबी समेत विभिन्न केंद्रीय अर्धसैनिक बलों की 50 कंपनियों को भेजा है। इनमें से 20 जम्मू प्रांत में और 30 को कश्मीर प्रांत में तैनात किया गया है।
इस बीच वादी में रविवार से एक बार फिर शुरू हुए नागरिक हत्याओं के सिलसिले को देखते हुए सीआरपीएफ की पांच अतिरिक्त कंपनियों को श्रीनगर में सुरक्षा तंत्र को मजबूत बनाने और आतंकरोधी अभियानों को धार देने के लिए तैनात किया जा रहा है। ये कंपनियां देश के अन्य राज्यों से हटा कर घाटी भेजी जा रही हैं।
वादी में सुरक्षा व्यवस्था और बढ़ाई : घाटी में विशेषकर ग्रीष्मकालीन राजधानी में एक आतंंकियों द्वारा दो नागरिकों की हत्या किए जाने के बाद सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है। सभी संवेदनशील इलाकों में सुरक्षाबलों की तैनाती बढ़ाने के साथ ही आने जाने के सभी प्रमुख रास्ताें पर अस्थायी पढ़ताल चौकियां और नाके स्थापित कर दिए गए हैं। विभिन्न इलाकों में छिपे आतंकियों और उनके मददगारों को पकड़ने के लिए औचक घेराबंदी कर तलाशी ली जा रही है।आतंकियाें ने बीते इतवार को बटमालू में एक पुलिसकर्मी तौसीफ वानी की उसके घर के बाहर गोली मारकर हत्या कर दी थी। तौसीफ की हत्या के 24 घंटे बाद आतंकियों ने सोमवार की रात को बोहरीकदल में मोहम्मद इब्राहिम वानी नामक एक नागरिक को मौत के घाट उतार दिया। वह कश्मीरी पंडित डा संदीप मावा की दुकान पर बतौर सेल्समैन काम करता था।
लोगों में भी पैदा होने लगा है डर : वादी में बीते माह हुई नागरिक हत्याओं के बाद केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के दिशा निर्देशानुसार बढ़ाई गई सुरक्षा व्यवस्था के बीच इन दो हत्याओं ने लोगों में डर पैदा कर दिया है।नागरिक हत्याओं के बाद वादी में विशेषकर श्रीनगर में सुरक्षा बंदोबस्त भी सवालों के घेरे में आ गई है। आतंकियों को पकड़ने और उनके मंसूबों को नाकाम बनाने के लिए सुरक्षा प्रबंधों की समीक्षा कर उसे नए सिरे से चाक चौबंद बनाया गया है। संबधित अधिकारियों ने बताया कि श्रीनगर के विभिन्न हिस्सों में सीआरपीएफ और पुलिस के जवानों की संयुक्त गश्त बढ़ाई गई है। शहर में आने जाने के सभी प्रमुख रास्तों के अलावा श्रीनगर को वादी के अन्य प्रमुख शहरों व कस्बों से जोड़ने वाले रास्तों पर भी अस्थायी पढ़ताल चौकियां और नाके स्थापित किए गए हैं।
महत्वपूर्ण प्रतिष्ठानों की सुरक्षा व्यवस्था को बढ़ाया गया : सभी थाना प्रभारियों को अपने अपने कार्याधिकार क्षेत्र में सभी संदिग्ध तत्वों को चिन्हित करने, पुराने आतंकियों व उनके मददगारों की मौजूदा स्थिति व गतिविधियों की निगरानी करने का निर्देश दिया गया है।सभी महत्वपूर्ण प्रतिष्ठानों की सुरक्षा व्यवस्था को बढ़ाया गया है। उनके आस-पास कंटीली तारों के अवरोधक भी स्थापित किए गए हैं। शहर में विभिन्न जगहों पर पुलिस और सीआरपीएफ के क्विक एक्शन टीम जिसे क्वैट कहते हैं, तैनात की गई हैं। इसके साथ ही श्रीनगर के विभिन्न हिस्सों में पुलिस और सीआरपीएफ के संयुक्त कार्यदल औचक घेराबंदी कर तलाशी ले रहे हैं।लालचौक, जहांगीर चौक, हरि सिंह हाईस्ट्रीट, रीगल चौक,टीआरसी चौक में सुरक्षाकर्मी आने जाने वाले नागरिकों की संदेह के आधार पर तलाशी लेते हुए भी देखे गए। पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि श्रीनगर और उसके साथ सटे इलाकों में सक्रिय आतंकियों को पकड़ने के लिए , आतंकियों के सभी संभावित ठिकानों पर लगातार दबिश दी जा रही है।