घर में चल रहे फर्जी आरटीओ दफ्तर में क्राइम ब्रांच का छापा, दो एजेंट दबोचे गए
जब्त दस्तावेजों को जांच के लिए फोरेंसिक साइंस लेबोरेटरी में भेज दिया गया है। बताया जाता है कि दोनों आरोपित आरटीओ जम्मू कार्यालय में सक्रिय रहते थे। आरोपितों की पहचान अमरजीत सिंह निवासी मलिकपुर संबल (मीरां साहिब) और पवन प्रीत सिंह निवासी मखनपुर गुज्जरार संबल कैंप के रूप में हुई।
जागरण संवाददाता, जम्मू : जम्मू पुलिस की क्राइम ब्रांच ने आरएसपुरा और मीरां साहिब में फर्जी आरटीओ दफ्तर का पर्दाफाश किया है। यह दफ्तर एक घर में चल रहा था। नौ ठिकानों पर करीब आठ घंटे तक चली छापेमारी में दो आरोपित दबोचे गए। उनके घरों से पुलिस ने यातायात विभाग के कई बड़े अधिकारियों की फर्जी मुहरें और अन्य दस्तावेज भी बरामद किए। जब्त दस्तावेजों को जांच के लिए फोरेंसिक साइंस लेबोरेटरी में भेज दिया गया है। बताया जाता है कि दोनों आरोपित आरटीओ जम्मू कार्यालय में सक्रिय रहते थे। आरोपितों की पहचान अमरजीत सिंह निवासी मलिकपुर, संबल (मीरां साहिब) और पवन प्रीत सिंह निवासी मखनपुर गुज्जरार, संबल कैंप के रूप में हुई है।
आरोपितों के घरों से वरिष्ठ अधिकारियों की मुहर, फर्जी सर्टिफिकेट, वाहनों के रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट, ड्रार्इंवग लाइसेंस, जन्म प्रमाण पत्र, वाहनों की एनओसी के अलावा पुलिस क्लेरेंस से जुड़े दस्तावेज मिले। सभी से पूछताछ की जा रही है। एसएसपी क्राइम ब्रांच राजेश्वर सिंह ने बताया कि उन्हें पुख्ता सूचना मिली कि आरटीओ जम्मू कार्यालय में तैनात कुछ एजेंट लोगों से मोटी रकम वसूल कर यातायात विभाग के विभिन्न फर्जी दस्तावेज बनाकर देते हैं। पूरी रणनीति के बाद क्राइम ब्रांच की नौ टीमों ने आरएसपुरा और मीरां साहिब में एक साथ छापेमारी की।
क्राइम ब्रांच टीम को अमरजीत सिंह और पवन प्रीत सिंह के घरों से आपत्तिजनक दस्तावेज मिले। टीम ने इनके दो और ठिकानों पर दबिश दी। दोनों को गिरफ्तार कर क्राइम ब्रांच थाने में पूछताछ के लिए ले जाया गया। इस फर्जीवाड़े के मामले में कुछ और लोगों की गिरफ्तारियां हो सकती हैं। दस्तावेज की छपाई करने वाले प्रिंटर की तलाश की जा रही है। क्राइम ब्रांच की छापेमारी के दौरान पुलिस, केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के साथ मजिस्ट्रेट भी मौजूद रहे। 200 जवान शामिल रहे। वीरवार को छापामारी आठ घंटे तक चली, जिसमें नौ ठिकानों में दबिश दी गई।
आरटीओ कार्यालय के कर्मी भी संदेह के घेरे में : क्राइम ब्रांच की छापेमारी के दौरान एजेंटों के घरों बरामद दस्तावेज देख कर पुलिस भी हैरान रह गई। एसएसपी क्राइम ब्रांच राजेश्वर सिंह का कहना है कि इस बात से इन्कार नहीं किया जा सकता कि आरटीओ कार्यालय के कुछ कर्मी भी आरोपितों के साथ संलिप्त होंगे। जांच के दौरान जिस किसी कर्मी का नाम सामने आया से पूछताछ कर उसके विरुद्ध सुबूत जुटाए जाएंगे।
इससे पहले भी हो चुकी है कार्रवाई : आरटीओ जम्मू में कार्यालय में एजेंटों की लूटखसोट, लाइसेंस, बड़ी गाड़ियों की कागजी औपचारिकताओं में पैसों के लेन-देन सहित अन्य गैर कानूनी ढंग से कार्याे की काफी समय से शिकायतें मिल रही थीं। इससे पहले भी पुलिस, एंटी करप्शन ब्यूरो, सीबीआइ कार्यालय में दबिश दे चुकी है।