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कोरोना संक्रमण ने जम्मू कश्मीर में उच्च शिक्षा के अहम प्रोजेक्टों की रफ्तार रोकी, जानिए कौन से कोर्स नहीं हो पाए शुरू

कोरोना ने उच्च शिक्षा के कई अहम प्रोजेक्टों की रफ्तार को रोक दिया है। जम्मू विश्वविद्यालय और डिग्री कालेजों के कई प्रोजेक्ट और अहम फैसले लटक गए हैं। पूरे जम्मू कश्मीर में सभी शिक्षण संस्थानों को 15 मई 2021 तक बंद रखने के आदेश दिए गए है।

By Vikas AbrolEdited By: Published: Sun, 25 Apr 2021 05:34 PM (IST)Updated: Sun, 25 Apr 2021 05:35 PM (IST)
कोरोना संक्रमण ने जम्मू कश्मीर में उच्च शिक्षा के अहम प्रोजेक्टों की रफ्तार रोकी, जानिए कौन से कोर्स नहीं हो पाए शुरू
जम्मू विश्वविद्यालय की सर्वोच्च बाडी काउंसिल में लिए गए नए विभाग स्थापित करने के फैसलों पर अमल नहीं हो पाया।

जम्मू, राज्य ब्यूरो। कोरोना ने उच्च शिक्षा के कई अहम प्रोजेक्टों की रफ्तार को रोक दिया है। जम्मू विश्वविद्यालय और डिग्री कालेजों के कई प्रोजेक्ट और अहम फैसले लटक गए हैं। कोरोना से उपजे हालात के कारण इस समय पूरे जम्मू कश्मीर में सभी शिक्षण संस्थानों को 15 मई 2021 तक बंद रखने के आदेश दिए गए है।आनलाइन शिक्षा ही उपलब्ध करवाई जा रही है।

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जम्मू विश्वविद्यालय की सर्वोच्च बाडी काउंसिल में लिए गए नए कोर्स, नए विभाग स्थापित करने के फैसलों पर अमल नहीं हो पाया है। फैसले तब अमल में आते जब विश्वविद्यालय सुचारू रूप से खुल कर काम करता। कोरोना के बढ़ते मामलों से सारी प्रक्रिया प्रभावित हो गई है। जम्मू विश्वविद्यालय की चांसलर व उपराज्यपाल मनोज सिन्हा की अध्यक्षता में 11 सितंबर 2020 को काउंसिल की बैठक हुई थी जिसमें कई अहम फैसले लिए गए थे। इनमें मुख्य रूप से जम्मू विश्वविद्यालय में जर्नलिज्म एंड मीडिया स्टडी विभाग, रिसर्च क्लस्टर, पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा इन म्यूजियोलॉजी, दो साल का एग्जिक्यूटिव एमबीए कोर्स, हिंदी निदेशालय, फिलास्फी विभाग स्थापित करना, विश्वविद्यालय की एलूमनि एसोसिएशन गठित करना, यूनिवर्सिटी इंस्टीट्यूट आफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी जंगलोट, कठुआ के लिए टीचिंग व नान टीचिंग के पद सृजित करना आदि शामिल थे।

रिसर्च क्लस्टर तो बना है लेकिन काम सुचारू रूप से नहीं चल पाया। रही बात नए कोर्स या विभाग, वो शुरू नहीं हो पाए है। इतना ही नहीं जम्मू विवि का प्रस्तावित दीक्षांत समारोह भी स्थगित हो गया है। विश्वविद्यालय ने तीस अप्रैल को अपना दीक्षांत समारोह प्रस्तावित किया था और राष्ट्रपति को बतौर मुख्य अतिथि शामिल करने की तैयारी की थी। इसके लिए 15 कमेटियों का गठन भी किया गया था। अब सारी तैयारियां धरी की धरी रह गई हैं। वहीं दूसरी तरफ जम्मू संभाग के डिग्री कालेजों में नए कोर्स नहीं हो पाए हैं। सरकार ने उच्च शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए दो साल पहले जम्मू कश्मीर में 52 नए डिग्री कालेज खोले थे। जम्मू में कुंजवानी डिग्री कॉलेज ही बन कर तैयार हुआ है। अन्य कालेजों की इमारतें बन नहीं पाई। कई कालेजों की जमीन का पहचान ही अब हुआ है। इन प्रोजेक्टों पर कोरोना का असर पढ़ा है। इस बार भी दाखिला प्रक्रिया के देरी से शुरू होने की संभावना है।


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