Jammu Kashmir : मनोवैज्ञानिक सहयोग के लिए काउंसलिंग सैल को किया जा रहा है मजबूत
केंद्र शासित प्रदेश जम्मू कश्मीर में विद्यार्थियों को मनोवैज्ञानिक सहयोग देने के लिए अहम कदम उठाए जा रहे है। काउंसलिंग सैल मजबूत किए जा रहे है। स्कूल शिक्षा विभाग जम्मू की निदेशक अनुराधा गुप्ता ने निदेशालय में काउंसलिंग सैल को मजबूत करने के लिए तीन अध्यापकों की नियुक्तियां की है।
जम्मू, राज्य ब्यूरो । केंद्र शासित प्रदेश जम्मू कश्मीर में विद्यार्थियों को मनोवैज्ञानिक सहयोग देने के लिए अहम कदम उठाए जा रहे है। काउंसलिंग सैल मजबूत किए जा रहे है। स्कूल शिक्षा विभाग जम्मू की निदेशक अनुराधा गुप्ता ने निदेशालय में काउंसलिंग सैल को मजबूत करने के लिए तीन अध्यापकों की नियुक्तियां की है। इनमें मास्टर शांति स्वरूप, अध्यापक प्रीति शर्मा और डा. सुरेंद्र को शामिल किया गया है।
कोरोना के बीच हालात में काउंसलिंग सैल की बढ़ती भूमिका को देखते हुए सैल को मजबूत किया जा रहा है। काउंसलिंग सैल की तरफ से की जाने वाली गतिविधियों की पर्याप्त रिपोर्ट हर पखवाड़े के बाद निदेशक को सौंपनी होगी। सभी जिलों की मनोवैज्ञानिक टास्कफोर्स और जोनल कोआर्डिनेटरों के साथ तालमेल से सैल काम करेगा। निदेशक ने कहा कि मौजूदा समय में काउंसलिंग सैल की भूमिका बहुत बढ़ गई है। इसका काम सिर्फ विद्यार्थियों में तनाव दूर करना, उनकी समस्याओं का समाधान करना ही नहीं बल्कि ज्ञानवर्धक गतिविधियों को बढ़ावा देना है।
स्कूल शिक्षा विभाग जम्मू के निदेशक कार्यालय में 2 अप्रैल 2016 को काउंसलिंग सैल स्थापित किया गया था। इसका मकसद विद्यार्थियों को तनाव से निकालना, उनकी समस्याओं का समाधान करना, ज्ञान वर्धक गतिविधियां आयोजित करना था। इसमें विशेषज्ञों की सेवाएं लेने के साथ कुछ अध्यापकों को शामिल किया गया था। तीन अध्यापकों को सैल में नियुक्त किया गया था जिन्हें वापिस स्कूलों में भेजा गया। काउंसलिंग सैल के हैड नियमित तौर पर गतिविधियों का आयोजन कर रहे है और अध्यापकों की सेवाएं समय समय पर लेते रहते है।
कोरोना से उपजे हालात के बीच सैल की भूमिका अहम हो गई। जम्मू संभाग में विद्यार्थियों को मनोवैज्ञानिक सहयाेग देेने के लिए केंद्र सरकार ने मनोदर्पण शुरु किया है। साल 2020-21 के दौरान समग्र शिक्षा के तहत प्रोजेक्ट मंजूरी बोर्ड ने जम्मू संभाग और जिला स्तर पर सैल स्थापित करने को मंजूरी दी है। नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति में गाइडेंस और काउंसलिंग पर अधिक जोर दिया गया है। जम्मू संभाग में काउंसलिंग के ढांचे को मजबूत करने की दिशा में कदम उठाए जा रहे हैं।