जम्मू-कश्मीर: कोर कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल डीपी पांडेय बोले- आतंक की उम्र ज्यादा नहीं होती
आर्मी गुडविल स्कूल बालापुर में आयोजित गणतंत्र दिवस समारोह में इंद्राणी बालन फाउंडेशन के अध्यक्ष पुनीत बालन भी मौजूद थे। शोपियां के बाद उन्होंने कोर कमांडर ने पुलवामा का भी दौरा किया। राष्ट्र ध्वज समर्पित करते हुए कहा कि यह हमारी राष्ट्रीय अस्मिता एकता और अखंडता का प्रतीक है।
श्रीनगर, राज्य ब्यूरो। 73वें गणतंत्र दिवस के अवसर पर बुधवार को सेना की 15वीं कोर के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल डीपी पांडेय ने दक्षिण कश्मीर में आतंकियों का गढ़ कहे जाने वाले शोपियां में 150 फुट ऊंचे स्तंभ पर राष्ट्र ध्वज फहराया। यह प्रदेश में सबसे ऊंचा राष्ट्र ध्वज है। कोर कमांडर ने इस अवसर पर आतंकी बने स्थानीय युवाओं को एक बार फिर बंदूक छोड़ मुख्यधारा में लौटने की अपील करते हुए कहा कि आतंक की उम्र ज्यादा नहीं होती। आतंकवाद और अलगाववाद अब अपने अंतिम चरण में हैं। बेहतर है, एक खुशहाल जिंदगी जीने के अवसर का लाभ उठाया जाएगा।
आर्मी गुडविल स्कूल बालापुर में आयोजित गणतंत्र दिवस समारोह में इंद्राणी बालन फाउंडेशन के अध्यक्ष पुनीत बालन भी मौजूद थे। शोपियां के बाद उन्होंने कोर कमांडर ने पुलवामा का भी दौरा किया। कोर कमांडर ने शोपियां की जनता को राष्ट्र ध्वज समर्पित करते हुए कहा कि यह हमारी राष्ट्रीय अस्मिता, एकता और अखंडता का प्रतीक है। यह मातृभूमि की रक्षा, देश में सांप्रदायिक सौहार्द और शांति बनाए रखने की हमारी संकल्पबद्धता का भी अभिव्यक्त करता है।
इस अवसर पर उन्होंने युवाअों को अपनी ऊर्जा समाज राष्ट्र कल्याण में लगाने के लिए प्रोत्साहित करते हुए कहा कि मेरी स्थानीय आतंकियों से अपील है कि वह आत्मसमर्पण करें और एक नई जिंदगी शुरु करें। कश्मीर में कोई नहीं चाहता कि उनके बीच कोई आतंकी रहे। इसलिए यह आतंकियो के लिए बंदूक छोड़ एक नई जिंदगी शुरुआत का अच्छा अवसर है।
उन्होंने कहा कि गैर कानूनी तरीके से बंदूक रखने का किसी को हक नहीं है और जो बंदूक लेकर चलेगा, देश के खिलाफ काम करेगा, वह मारा जाएगा। इसलिए सभी आतंकियों को बंदूक छोड़कर, कश्मीर की बेहतरी के लिए काम करना चाहिए। उन्होंने कहा कि यहां कुछ स्वार्थी तत्व अपने फायदे के लिए नौजवानों को गुमराह कर रहे हैं, सभी युवाओं को ऐसे तत्वों से सावधान रहना चाहिए।
इस दौरान पत्रकारों के साथ एक संक्षिप्त बातचीत में उन्होंने कहा कि शोपियां और पुलवामा में स्थिति में बहुत ज्यादा सुधार हुआ है। स्थानीय आतंकियों की भर्ती अब लगभग समाप्त हो चुकी है। लोगों को अब आतंकवाद के दुष्परिणाम समझ आ रहे हैं और यही कारण है कि आतंकी हिंसा में कमी भी आ रही है। उन्होंने कहा कि यहां सेना लोगों की हिफाजत के लिए ही है।
कोर कमांडर ने कहा कि एक समय था जब उत्तरी कश्मीर में आतंकी हिंसा बहुत ज्यादा थी। वहां समाप्त होने के बाद इसने दक्षिण कश्मीर में जोर पकड़ा था। अब दक्षिण कश्मीर में भी यह समाप्ति की तरफ है।
एलओसी पार से घुसपैठ संबंधी सवाल के जवाब में कोर कमांडर ने कहा कि घबराने की जरुरत नहीं है। हमारे जवान और अधिकारी पूरी तरह मुस्तैद हैं। वह किसी भी घुसपैठ को नाकाम बनाने और घुसपैठियों को मार गिराने में समर्थ हैं। एलओसी पार लांचिंग पैड पर आतंकियों की मौजूदगी को लेकर हम हालात की लगातार निगरानी कर रहे हैं। हमारा घुसपैठ रोधी तंत्र पूरी तरह मजबूत है। दुश्मन को उसके दुस्साहस का सही और कठोर जवाब दिया जाएगा। फिलहाल, एलओसी पर स्थिति पूरी तरह शांत है।