Coronavirus In Jammu Kashmir: ESIC से पंजीकृत के कोविड-19 से मरने पर आश्रितों को राहत
योजना के तहत मरने वाले कर्मचारी पर निर्भर परिजन के सदस्य के बैंक खाते में सीधे सहायता राशि जाएगी। इस योजना का लाभ उन लोगों को मिलेगा जो कि कोविड 19 के कारण मरने के दौरान ईएसआई एक्ट के तहत पंजीकृत हो।
जम्मू, राज्य ब्यूरो: इंप्लाइज स्टेट इंश्यारेंस कारपोरेशन ने कोविड 19 के कारण इंश्योर व्यक्ति की मौत होने पर उस पर निर्भर व्यक्ति की सहायता करने की योजना को मंजूरी दी है। यह योजना 24 मार्च 2020 के बाद दो वर्ष के लिए प्रभावी होगी। इस योजना का लाभ उन परिवारों को मिलेगा जिनके घर का कमाने वाला सदस्य ईएसआई के साथ इंश्योर था और कोविड 19 के कारण मौत होने के बाद सहायता के लिए दरबदर हो रहा था।
योजना के तहत मरने वाले कर्मचारी पर निर्भर परिजन के सदस्य के बैंक खाते में सीधे सहायता राशि जाएगी। इस योजना का लाभ उन लोगों को मिलेगा जो कि कोविड 19 के कारण मरने के दौरान ईएसआई एक्ट के तहत पंजीकृत हो। वह ईएसआई के पोर्टल में कोविड का पता लगने से तीन महीने पहले से पंजीकृत होना चाहिए। कम से कम 70 दिन का भुगतान किया गया हो। इसमें मरने वाले का कोई परिवार का सदस्य या गोद में लिया हुआ बेटा भी सहायता पाने के योग्य होगा लेकिन उसकी उम्र 25 साल से अधिक नहीं होनी चाहिए। मृतक वीमाकृत व्यक्ति के आश्रित को बीमाकृत के औसतन वेतन की 90 फीसद दर से प्रति माह भुगतान किया जाएगा। राहत की न्यूनतम राशि 1800 रुपये प्रति माह होगी। सहायता राशि सीधे बैंक खाते में जाएगी।
एनआरआई ने स्वास्थ्य कर्मियों का हौंसला बढ़ाया : एनआरआई शशि डोगरा और अरुणा महाजन ने गांधीनगर अस्पताल में कोविड 19 के दौरान बेहतरीन काम करने वाले सफाई कर्मियों और सुरक्षा कर्मियों की हौंसलाअफजाई करने पहुंची। अमेरिका में रहने वाली शशि डोगरा इन दिनों जम्मू आई हुई हैं। उन्होंने गांधीनगर अस्पताल के 65 कर्मचारियों को नकद राशि दे उनका हौंसला बढ़ाया। उन्होंने 1.30 लाख रुपयों की सहायता दी। उनके इस कदम से गांधीनगर अस्पताल के स्वास्थ्य कर्मियों मंे भी उत्साह देखने को मिला। ऐसा पहली बार देखने को मिला है कोई एनआरआई अस्पतालों में काम कर रहे कर्मचारियों की हौंसलाअफजाई करने पहुंचा हो। गांधीनगर अस्पताल की मेडिकल सुपरिटेंडेंट, सेनेटरी इंस्पेक्टर सहित कई कर्मचारी इस मौके पर मौजूद थे। सभी ने उनके इस कार्य के लिए उनकी सराहना की।