Move to Jagran APP

Jammu Kashmir: ऐसा रिकार्ड जिसे याद नहीं रखना चाहेगा जम्मू-कश्मीर, एक महीने में 1624 मरीजों की हुई मौत

Corona Deaths in Jammu Kashmir स्वास्थ्य विभाग के विशेषज्ञों ने भी नहीं सोचा था कि इस तरह से मौतें होगी। लेकिन अचानक से मामले बढ़ना शुरू हो गए और मौतों का सिलसिला भी बढ़ा। एक महीने में ही 1624 कोरोना संक्रमित मरीजों की मौत हो गई।

By Rahul SharmaEdited By: Published: Tue, 01 Jun 2021 08:44 AM (IST)Updated: Tue, 01 Jun 2021 08:44 AM (IST)
Jammu Kashmir: ऐसा रिकार्ड जिसे याद नहीं रखना चाहेगा जम्मू-कश्मीर, एक महीने में 1624 मरीजों की हुई मौत
दूसरी लहर जम्मू-कश्मीर में घातक साबित हुई।

जम्मू, रोहित जंडियाल: मई महीना जम्मू-कश्मीर के लिए घातक साबित हुआ है। इस महीने रिकार्ड कोरोना संक्रमित मरीजों की मौत का ऐसा रिकार्ड बना जिसे जम्मू-कश्मीर विशेषकर जम्मू जिला कभी भी याद नहीं रखना चाहेगा। कुल 3907 मौत में से इस महीने रिकार्ड 1624 कोरोना संक्रमित मरीजों की मौत हो गई। इनमें से 589 मौतें तो सिर्फ जम्मू जिले में हुई जो कि कुल मौतों का 41 फीसद है। विशेषज्ञोें को उम्मीद है कि जून महीने में स्थिति में सुधार होगा।

loksabha election banner

नेशनल हेल्थ मिशन से मिले आंकड़ों के अनुसार पिछले साल नौ मार्च को कोरोना संक्रमण का पहला मामला दर्ज हुआ था। लेकिन जुलाई महीने में मामले बढ़ना शुरू हुए थे। नौ मार्च से तीस जून 2020 तक तक 101 कोरोना संक्रमित मरीजों की मौत हुई थी। लेकिन जुलाई महीने में 276 मरीजों की मौत हुई। अगस्त महीने में 326 मरीजों की मौत हुई। सितंबर महीने में सबसे अधिक 478 मरीजों की मौत हुई। इसके बाद अक्टूबर महीनेे में संक्रमण के मामले कम होने लगे। अक्टूबर महीने में 297 मरीजों की मौत हुई। लेकिन दूसरी लहर जम्मू-कश्मीर में घातक साबित हुई।

एक मई को जम्मू-कश्मीर में तेजी के साथ मामले बढ़ना शुरू हुए। स्वास्थ्य विभाग के विशेषज्ञों ने भी नहीं सोचा था कि इस तरह से मौतें होगी। लेकिन अचानक से मामले बढ़ना शुरू हो गए और मौतों का सिलसिला भी बढ़ा। एक महीने में ही 1624 कोरोना संक्रमित मरीजों की मौत हो गई। इनमें से 41.56 मौत अर्थात 581 मौत जम्मू जिले में रहने वाले लोगों की हुई। इसके बाद श्रीनगर जिले में 235 मौत हुई। यह एक महीने में हुई कुल मौतों का करीब 15 फीसद है। दोनों ही जिलों को मिला दिया जाए तो मई महीने में हुई कुल मौतों में से 56 फीसद मौत सिर्फ जम्मू और श्रीनगर जिलों में हुई।

वहीं अन्य 18 जिलों में सिर्फ 44 फीसद मौत हुई। इन 18 जिलों में भी बारामुला और राजौरी जिलों में सबसे अधिक मौत हुई। बारामुला जिले में 163 और राजौरी में 118 मरीजों की मौत हुई। बारामुला जिले में एक महीने में हुई मौतों में दस फीसद और राजौरी में सात फीसद मौतें हुई। चार जिलों में 73 फीसद मौतें हुई।

स्वास्थ्य विशेषज्ञ डा. राेमेश गुप्ता का कहना है कि जून महीने में सुधार की पूरी उम्मीद है लेकिन इसके लिए यह जरूरी है कि लोग एसओपी का सख्ती के साथ पालन करें। हर कोई दो मास्क पहनें, शारीरिक दूरी बनाए रखे और भीड़ को इकट्ठा न करे। संक्रमण के मामले कम हुए हैं लेकिन इन पर नियंत्रण तभी कम किया जा सकता है जब सभी सख्ती के साथ एसओपी को लागू करवाएं। सभी को अपनी जिम्मेवारी समझनी होगी।

एक लाख से अधिक मामले: जम्मू-कश्मीर में कोरोना के अभी तक आए 2.90 लाख मामलों में से 1,14,382 मामले सिर्फ मई महीने में आए हैं। यह कुल मामलों का 39.37 फीसद है। संक्रमण के मामलों में श्रीनगर जिला सबसे आगे रहा है। इस जिले में एक महीने में 26324 मामले आए जो कि एक महीने में आए कुल मामलों का 23 फीसद रहा जबकि जम्मू जिले में 15,496 मामले आए जो कि 13 फीसद है। दोनों ही जिलों में कुल मामलों में से 36 फीसद मामले आए।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.