Coronavirus In Jammu: जम्मू में कोविड की स्थिति का जायजा ले वापस लौटी केंद्रीय टीम
Coronavirus in Jammu टीम ने दूसरे दिन घौ मन्हासा सहित सांबा जिला अस्पताल कुछ कंटेनमेंट जोन और माइक्रो कंटेनमेंट जोन का भी दौरा किया। हालांकि टीम प्रशासन के कंटेनमेंट जोन में सख्ती न करने से नाराज दिखी। टीम अस्पतालों ने ग्रामीण क्षेत्रों में सुविधाएं बढ़ाने पर जोर दिया।
जम्मू, राज्य ब्यूरो: केंद्र से आई स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय की तीन सदस्यीय टीम जम्मू और सांबा जिलों में अपने दौरे को समेट कर मंगलवार को वापस रवाना हो गई।
इस दौरान टीम ने एक ओर जहां स्वास्थ्य एवं चिकित्सा विभाग की समस्याओं को सुना। वहीं कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए कई सुझाव भी दिए। यह टीम अब केंद्र को अपनी रिपोर्ट देगी और उसके बाद कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए जम्मू-कश्मीर के स्वास्थ्य विभाग को भी कदम उठाने के लिए कई और सिफारिशें करेगी।
केंद्र के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग की ओर से आई टीम में ज्वाइंट डायरेक्टर एपीडेमालोजी डा. प्रणय वर्मा, डा. महेश वाघमरे और पीजीआई चंडीगढ़ में इंटरनल मेडिसिन विभाग में प्रोफेसर से डा. नवनीत शर्मा शामिल थे।
टीम ने मेडिकल कालेज में पहले दिन जीएमसी की प्रिंसिपल तथा कोविड अस्पतालों के मेडिकल सुपरिटेंडेंट और कुछ विभागों के एचओडी से बातचीत की थी। इस दौरान जहां प्रशिक्षित स्वास्थ्य कर्मियों की कमी का मुद्दा उठा, वहीं गंभीर रूप से बीमार मरीजों के लिए आक्सीजन, वेंटीलेटर जैसी व्यवस्था करने को भी कहा गया।
टीम ने दूसरे दिन घौ मन्हासा सहित सांबा जिला अस्पताल, कुछ कंटेनमेंट जोन और माइक्रो कंटेनमेंट जोन का भी दौरा किया। हालांकि टीम प्रशासन के कंटेनमेंट जोन में सख्ती न करने से नाराज दिखी। टीम अस्पतालों में सुविधाओं से तो संतुष्ट दिखी लेकिन उसने ग्रामीण क्षेत्रों में सुविधाएं बढ़ाने पर जोर दिया। उन्होंने कोविड केयर सेंटर अधिक बनाने और उनमें कुछ आक्सीजन की सुविधा वाले बिस्तर बनाने को भी कहा ताकि जो मरीज घरों में नहीं रह सकते हैं, वे इन सेंटरों में रहें।
इससे उन्होंने मृत्यु दर में कमी आने की बात भी कही। इसके बाद टीम ने सभी दस जिलों की सर्विलांस टीमों के साथ वर्चुअल मीटिंग भी की। उन्होंने यूके वेरिएंट और इंडियन डबल म्यूटेशन के मामलों पर चिंता जताई। इसके बाद अधिकारियों को कई निर्देश दे वापिस लौट गए।