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Coronavirus Effect: लद्दाखियों को लाने के लिए लेह और कारगिल को मिले एक-एक करोड़

Coronavirus Effect लद्दाखियों को लाने के लिए लेह और कारगिल को मिले एक-एक करोड़उपराज्यपाल प्रशासन और प्रदेश भाजपा के बीच आरोपों से मनमुटाव का दौर खत्म हुआ

By Preeti jhaEdited By: Published: Wed, 06 May 2020 09:42 AM (IST)Updated: Wed, 06 May 2020 09:42 AM (IST)
Coronavirus Effect: लद्दाखियों को लाने के लिए लेह और कारगिल को मिले एक-एक करोड़
Coronavirus Effect: लद्दाखियों को लाने के लिए लेह और कारगिल को मिले एक-एक करोड़

जम्मू , राज्य ब्यूरो। कोरोना वायरस के संक्रमण काल में लद्दाख भाजपा द्वारा उपराज्यपाल प्रशासन पर लगाए गए भेदभाव और उपेक्षा के आरोपों से उपजा विवाद आखिर मंगलवार की शाम को शांत हो गया। दरअसल, बात प्रशासन द्वारा हिल काउंसिल को विश्वास में लेकर काम न करने के आरोप की थी। यहां तक कि दूसरे राज्यों में फंसे लद्दाख के लोगों को लाने के लिए लेह हिल काउंसिल के पदाधिकारियों ने सोमवार को राजनिवास के बाहर प्रदर्शन भी किया था।

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मामला बढ़ते देख उपराज्यपाल प्रशासन ने मंगलवार को लद्दाखियों की वापसी के लिए लेह और कारगिल की हिल काउंसिलों को एक-एक करोड़ रुपये जारी कर दिए। इस राशि का इस्तेमाल डिप्टी कमिश्नरों के माध्यम से दस हजार लद्दाखियों को लाने और रास्ते में खाने-पीने आदि के लिए किया जाएगा।

उपराज्यपाल द्वारा किए गए इस फैसले की जानकारी लद्दाख स्वास्थ्य विभाग के आयुक्त सचिव रिगजिन सैंफल ने मंगलवार को लेह में संवाददाता सम्मेलन में दी। उनके साथ लेह हिल काउंसिल के चीफ एग्जीक्यूटिव काउंसिलर ग्याल पी वांग्याल भी थे। रिगजिन सैंफल ने बताया कि देश के अन्य हिस्सों से दस हजार लद्दाखियों ने घर वापसी के लिए पंजीकरण करवाया है। अगर उनकी वापसी के लिए एक-एक करोड़ कम पड़ा तो उपराज्यपाल प्रशासन की ओर से और राशि दी जाएगी।

हाईकमान तक पहुंचा मामलाप्रदेश भाजपा और प्रशासन के बीच विवाद का यह मामला पार्टी के आलाकमान तक पहुंच गया। इसलिए ही लद्दाख के भाजपा सांसद जामियांग त्सी¨रग नांग्याल पार्टी हाईकमान के निर्देश पर लॉकडाउन के बीच सड़क मार्ग से लेह पहुंचे। हालांकि, उन्हें लेह में होम क्वारंटाइन किया गया है। इसके बावजूद उन्होंने पार्टी नेताओं का फोन पर बात कर शांत करने की कोशिश की।

प्रशासन के भेदभाव से आहत होकर दिया इस्तीफा : छीरिंग  दोरजे लद्दाख भाजपा अध्यक्ष के पद से इस्तीफा देने वाले पूर्व मंत्री छीरिंग दोरजे कहते हैं कि एकीकृत जम्मू कश्मीर में कश्मीर केंद्रित सरकारों का लद्दाख से भेदभाव करना स्वाभाविक था। लेकिन लद्दाख के केंद्र शासित प्रदेश बनने के बाद प्रशासन का यह भेदभाव बर्दाश्त नहीं हो रहा। इसीलिए मैंने इस्तीफा दिया है। उन्होंने भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा को इस्तीफा भेजा है। इसमें आरोप लगाया गया है कि लेह में कुछ वरिष्ठ अधिकारी अपना एक ग्रुप बनाकर कार्य करते हुए लद्दाख के लोगों को विश्वास में नहीं ले रहे हैं।


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