Coronavirus Effect in Jammu Kashmir: कोरोना संकट के बीच खाद्य वस्तुओं की कालाबाजारी तेज, नींद में सरकार
राजमाश के दाम ही पिछले एक सप्ताह में 30 रुपये प्रति किलो बढ़ गए हैं। तुर्की के राजमाश 130-140 रुपये प्रति किलो थे लेकिन एक सप्ताह में इसके दाम 180 रुपये प्रति किलो पहुंच गए है। इसी तरह दूसरी दालों के दामों में भी अचानक वृद्धि हुई है।
जम्मू, जागरण संवाददाता: कोरोना महामारी से निपटने के लिए प्रशासन हर संभव कदम उठा रहा है। बाजारों में भीड़ कम करने के लिए पहले दुकानों काे रोटेशन के आधार पर प्रतिदिन 50 फीसद खोलने का फैसला लिया गया, उसके बाद 34 घंटे का कोरोना कर्फ्यू। इन सबसे जहां लोगों का घर से निकलना कम हुआ है, वहीं संपूर्ण लॉकडाउन की आशंका के बीच लोग खाद्य वस्तुओं की खरीद की ओर बढ़ रहे हैं।
इस बढ़ती मांग को देखते हुए मुनाफाखाेरों ने खाद्य वस्तुओं की कालाबाजारी भी शुरू क दी है। पिछले एक सप्ताह में खुदरा बाजार में लगभग हर खाद्य वस्तु के दाम में 10 से 20 फीसद तक की वृद्धि हो गई है और संबंधित विभाग इसे लेकर कोई कार्रवाई नहीं कर रहा।
खाद्य वस्तुओं के दाम यूं तो पिछले एक महीने से लगातार बढ़ रहे थे लेकिन पिछले एक सप्ताह में इनके दामों में भारी उछाल हुआ है। सबसे अधिक खाद्य तेल के दाम बढ़े है। फरवरी माह में जो सरसों का तेल 130 रुपये प्रति किलो था, वो अप्रैल के मध्य तक 170 रुपये तक पहुंच गया था लेकिन अब 200 रुपये प्रति किलो तक बिक्री हो रही है। यहीं हाल रिफाइंड तेल का भी है। दालों के दाम आसमान पर पहुंच गए है लेकिन कोई पूछने वाला नहीं है।
राजमाश के दाम ही पिछले एक सप्ताह में 30 रुपये प्रति किलो बढ़ गए हैं। तुर्की के राजमाश 130-140 रुपये प्रति किलो थे लेकिन एक सप्ताह में इसके दाम 180 रुपये प्रति किलो पहुंच गए है। इसी तरह दूसरी दालों के दामों में भी अचानक वृद्धि हुई है। हैरानी की बात तो यह है कि इस कठिन दौर में उपभोक्ता मामलों के विभाग की ओर से दाम तय करने या कालाबाजारी को रोकने की दिशा में कोई कदम नहीं उठाया जा रहा।
स्थानीय स्तर पर कोई कालाबाजारी नहीं हो रही: दिल्ली में एक हफ्ते का लॉकडाउन लगने से दामों में अचानक तेजी आई है। जम्मू में खाद्य वस्तुओं की किसी तरह की कोई कमी नहीं है। सप्लाई लगातार आ रही है लेकिन दिल्ली बंद होने से दाम अचानक बढ़ गए। जहां तक हमारे व्यापारियों का सवाल है ताे हमने पिछले साल भी बिना मुनाफा कमाए खाद्य वस्तुओं की सप्लाई की थी। संकट के इस समय में हमारे व्यापारी पूरी तरह से जनता के साथ है। इस समय कालाबाजारी तो दूर, अब अपना मुनाफा छोड़ कर काम करने को तैयार है। हमने अपने सभी दुकानदारों से अपील की है कि वे जिस भाव में सामान खरीद रहे हैं, उसमें ट्रांसपोर्ट व अन्य खर्च जोड़कर बिक्री करें और संकट के इस समय में मुनाफा छोड़ कर काम करें। -दीपक गुप्ता, प्रधान ट्रेडर्स फेडरेशन वेयर हाउस-नेहरू मार्केट