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Coronavirus Effect: ऑक्सीजन प्लांट की खराबी से फूल रहा कोरोना संक्रमितों का दम

जीएमसी अस्पताल के ऑक्सीजन प्लांट के सुचारु रूप से काम न करने से अस्पताल में वेंटीलेटर्स पर रखे गए 33 मरीजों को क्षमता से कम ऑक्सीजन मिल पा रही है।

By Preeti jhaEdited By: Published: Tue, 15 Sep 2020 09:32 AM (IST)Updated: Tue, 15 Sep 2020 09:32 AM (IST)
Coronavirus Effect: ऑक्सीजन प्लांट की खराबी से फूल रहा कोरोना संक्रमितों का दम
Coronavirus Effect: ऑक्सीजन प्लांट की खराबी से फूल रहा कोरोना संक्रमितों का दम

जम्मू, अवधेश चौहान। जम्मू राजकीय मेडिकल कॉलेज (जीएमसी) अस्पताल के ऑक्सीजन प्लांट के सुचारु रूप से काम न करने से अस्पताल में वेंटीलेटर्स पर रखे गए 33 मरीजों को क्षमता से कम ऑक्सीजन मिल पा रही है। इससे इन मरीजों की सांसें फूलने लगी हैं। कोरोना संक्रमितों की बढ़ती संख्या के कारण यहां ऑक्सीजन की रोजाना की खपत 6,000 एलपीएम (लीटर पर मिनट) पहुंच गई है, जबकि मौजूदा समय में 1,200 एलपीएम ऑक्सीजन ही मरीजों को मिल पा रही है।

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स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा विभाग के कमिश्नर सेक्रेटरी अतुल डुल्लू ने मेडिकल कॉलेज अस्पताल का दौरा कर ऑक्सीजन की कमी पर मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. नसीब चंद ढींगरा, चेस्ट डिजीज अस्पताल के विभागाध्यक्ष डॉ. रोहित गुप्ता व प्लांट के तकनीकी अधिकारियों से ऑक्सीजन प्लांट की टूटी पाइप को दुरुस्त करने के आदेश दिए।

जम्मू में चार निजी ऑक्सीजन सप्लाई करने वाली फैक्ट्रियों से रोजाना करीब 500 सिलेंडर खरीद कर काम चलाया जा रहा है। जम्मू राजकीय मेडिकल कॉलेज अस्पताल सहित चार अन्य बनाए गए कोविड-19 अस्पतालों में कोरोना संक्रमितों की संख्या दिन-प्रतिदिन बढ़ रही है।

हांफने लगे वेंटीलेटर

जीएमसी अस्पताल में 33 वेंटीलेटर को सुचारु रूप से चलाने के लिए 97 से 99 प्रतिशत से अधिक ठहराव वाली ऑक्सीजन मरीजों को दी जाती है, लेकिन प्लांट खराब होने से 85 से 90 प्रतिशत ठहराव वाली ऑक्सीजन ही मिल रही है। इससे मरीजों की जान को खतरा रहता है। बीते 24 घंटे में अस्पताल में चार कोरोना संक्रमित मरीजों की मौत हो चुकी है। पर्याप्त ऑक्सीजन न मिलने से मौत की संख्या और भी बढ़ सकती है।

वहीं, मेडिकल कॉलेज के प्रिंसपल डॉ. नसीब चंद ढींगरा का कहना है कि अस्पताल में ऑक्सीजन की कोई कमी नहीं है। 76 वेंटीलेटर बन गए शोपीस केंद्र सरकार ने 156 वेंटीलेटर मुहैया करवाए थे। इनमें 48 वेंटीलेटर मार्च में और 108 अप्रैल में मिले, ताकि गंभीर रूप से बीमार कोरोना के मरीजों का इलाज हो सके। इनमें से अभी तक 33 को ही मेडिकल कॉलेज अस्पताल में स्थापित किया गया है। 76 वेंटीलेटर अभी भी अस्पताल में शोपीस बने हुए हैं।

बढ़ने लगी कोरोना संक्रमितों की संख्या

कोरोना संक्रमितों की बढ़ती संख्या को देखते हुए स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा के कमिश्नर सेक्रेटरी अतुल डुल्लू ने मेडिकल कॉलेज के प्रिंसपल को निर्देश दिए हैं कि जीएमसी अस्पताल में ऑक्सीजन प्लांट से सप्लाई सुचारु बनाए जाने के लिए अस्पताल में ऑक्सीजन टैंक प्लांट में लगाए जाएं, लेकिन ऐसा नहीं लग रहा कि यह टैंक जल्द लग पाएंगे।

ऑक्सीजन की कमी से मौत होने का आरोप

बीते तीन दिन में दो लोगों की मौत हुई। इनमें चार साल का एक बच्चा और एक महिला शामिल है। स्वजनों का आरोप है कि ये दोनों मौतें अस्पताल में ऑक्सीजन की कमी से हुई, जबकि उनकी मौत कोरोना से होना बताकर अस्पताल प्रशासन ने अपना पल्ला झाड़ लिया है।

मंजूर नहीं हुआ प्रिंसिपल का इस्तीफा

जम्मू राजकीय मेडिकल कॉलेज के प्रिंसपल डॉ. नसीब चंद ढींगरा की स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति की पेशकश को स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा के कमिश्नर सेक्रेटरी ने यह कहते हुए ठुकरा दिया है कि कोविड-19 के दौर में कोई भी डॉक्टर या प्रिंसपल का इस्तीफा मंजूर नहीं होगा। रविवार को ढींगरा ने स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति की पेशकश की थी।


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