Corona Warriors: एक साल से बिना छुट्टी के काम कर रहा इरशाद, प्रतिदिन करता है 100 से अधिक सैंपल एकत्र
इरशाद के अनुसार 2017 में उसके पिता और 2019 में मां के निधन के बाद घरेलू जिम्मेदारियां बढ़ गई हैं और अक्सर परिवार और सामाजिक जिम्मेदारियों की उपेक्षा हो जाती है। इरशाद को उनकी सेवाओं के सम्मान में पिछले साल स्वतंत्रता दिवस समारोह में सम्मानित किया गया था।
जम्मू, राज्य ब्यूरो: सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बटोत में फार्मासिस्ट के पद पर कार्यरत 50 वर्षीय कोरोना योद्धा इरशाद अहमद जरगर सभी के लिए मिसाल बना हुआ है। पिछले एक साल में बिना कोई छुट्टी लिए वह कार्य कर रहा है।
इरशाद एक साल से अस्पताल या क्वारंटाइन सेंटरों, कोविड हेल्थ केयर सेंटरों और सार्वजनिक स्थानों पर कोविड के लिए लोगों की समर्पित रूप से सैंपलिंग कर रहा है। इरशाद का कहना है कि उसे कोरोना संक्रमण होने का खतरा है, लेकिन अब तक वह अल्लाह की कृपा और दया से सुरक्षित है।
जरगर ने कहा कि कोरोना महामारी से जूझ रहे लोगों को इस समय जागरूकता और बेहतर स्वास्थ्य सेवा की जरूरत है। इन हालात में हर कोई जितना हो सकता है, लाेगों की मदद कर रहा है। मैं स्वास्थ्य विभाग से संंबंधित हूं, तो ऐसे में मेरा जो दायित्व बनता है, मैं उसका पालन कर रहा हूं। अल्लाह मेरी नियत और सेवा भाव को जानता है। मैं इसी तरह लोगों को अपनी सेवाएं देता रहूं, वह मेरी हिफाजत कर रहा है।
अस्पताल में उसकी दिनचर्या सुबह 10 बजे पीपीई किट डालने और कोविड सैपलिंग रैपिड या आरटीपीसीआर करने के साथ शुरू होती है। बीच में ऑपरेशन थिएटर और आपातकालीन वार्ड से डॉक्टर को आपातकालीन मामलों से निपटने में सहायता करने, फिर सैंपल, कोड, टैग की व्यवस्था करता है और उन्हें व्यवस्थित और सावधानी से पैक करता है। वह अपनी टीम के साथ औसतन प्रतिदिन लगभग 100 सैंपल और अधिकतम 200 सैंपल एकत्र करता है।
इरशाद के अनुसार 2017 में उसके पिता और 2019 में मां के निधन के बाद घरेलू जिम्मेदारियां बढ़ गई हैं और अक्सर परिवार और सामाजिक जिम्मेदारियों की उपेक्षा हो जाती है। इरशाद को उनकी सेवाओं के सम्मान में पिछले साल स्वतंत्रता दिवस समारोह में सम्मानित किया गया था।