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Jammu Kashmir: कोरोना ने जम्मू यूनिवर्सिटी को पीछे धकेला, नहीं शुरू हो पाए नए कोर्स, नहीं खुले नए विभाग

जम्मू विश्वविद्यालय में इस साल जर्नलिज्म एंड मीडिया स्टडी विभाग रिसर्च कलस्टर स्थापित किया जाना था। म्यूजियोलॉजी एंड कंजरवेशन में एक साल का डिप्लोमा कोर्स शुरू के अलावा बिजनेस स्कूल में दो साल की एग्जिक्यूटिव एमबीए शुरू करने के प्रस्ताव भी लटके हुए है।

By Vikas AbrolEdited By: Published: Sun, 24 Jan 2021 12:24 PM (IST)Updated: Sun, 24 Jan 2021 12:49 PM (IST)
Jammu Kashmir: कोरोना ने जम्मू यूनिवर्सिटी को पीछे धकेला, नहीं शुरू हो पाए नए कोर्स, नहीं खुले नए विभाग
जम्मू विश्वविद्यालय में इस साल पोस्ट ग्रेजुएट कोर्सों में दाखिले सात महीने देरी से हो रहे हैं।

जम्मू, राज्य ब्यूरो। कोरोना ने उच्च शिक्षा के कई अहम विकास प्रोजेक्टों को पीछे धकेल दिया है। जम्मू विश्वविद्यालय में इस साल नए कोर्स शुरू होना तो दूर पोस्ट ग्रेजुएट कोर्सों में दाखिले सात महीने देरी से हो रहे हैं। हालांकि विश्वविद्यालय की सर्वोच्च बाडी काउंसिल ने नए विभाग व नए कोर्स लागू करने को मंजूरी दी थी मगर कोरोना से उपजे हालात के कारण इन्हें लागू करना संभव नहीं हो सका।

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जम्मू विश्वविद्यालय में इस साल जर्नलिज्म एंड मीडिया स्टडी विभाग, रिसर्च कलस्टर स्थापित किया जाना था। म्यूजियोलॉजी एंड कंजरवेशन में एक साल का डिप्लोमा कोर्स शुरू के अलावा बिजनेस स्कूल में दो साल की एग्जिक्यूटिव एमबीए शुरू करने के प्रस्ताव भी लटके हुए है।

हिंदी निदेशालय और फिलास्पी विभाग स्थापित नहीं किया जा सका। एलूमनि एसोसिएशन के गठन को भी अमली जामा नहीं पहनाया जा सका है। कोरोना के कारण जम्मू कश्मीर सरकार के आदेश के तहत शिक्षण संस्थान 31 जनवरी तक बंद हैं। ऐसे में विभाग स्थापित करना या नए कोर्स शुरू करना विश्वविद्यालय के लिए आसान नहीं था। हालांकि विश्वविद्यालय ने श्री गुरु नानक देव जी चेयर तो स्थापित की है मगर इसमें नियुक्तियां, कार्यालय या अन्य ढांचागत सुविधाएं उपलब्ध नहीं करवाई गई है।

वहीं राष्ट्रीय उच्चत्तर शिक्षा अभियान के तहत धनराशि की दूसरी किश्त अभी तक नहीं पहुंची है। पहली तीस करोड़ रुपये की किश्त से विश्वविद्याय में विकास कार्य हो चुके है। विश्वविद्यालय को इस योजना के तहत एक सौ करोड़ रुपये मंजूर हुए थे। विश्वविद्यालय अब दूसरी किश्त का इंतजार कर रहा है। जम्मू विश्वविद्यालय के कैंपसों में भी नए कोर्स शुरू नहीं हो पाए। कोशिश की जा रही है कि पुंछ कैंपस में अरबी के कोर्स को शुरू किया जाए। इस समय जम्मू विवि में पीजी कोर्सों में अकादमिक सत्र 2020 की दाखिला प्रक्रिया ही चल रही है। विश्वविद्यालय की कोशिश है कि फरवरी तक दाखिला प्रक्रिया को पूरा किया जाए। विश्वविद्यालय प्रबंधन ने पहले दाखिला प्रक्रिया को पूरा करके कक्षाओं को सुचारू करना प्राथमिकता है। 


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