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Raksha Bandhan 2020 : राखी के त्योहार पर कोरोना महामारी का बंधन, अन्य राज्यों में ब्याही जम्मू की बेटियां इस बार नहीं बांध सकेगीं भाईयों की कलाई पर राखी

जम्मू की बेटियां जिनकी पंजाब या अन्य राज्यों में शादी हुई हैवो पिछले कुछ दिनों से अपने भाई के घर आने के लिए लखनपुर से बिना क्वारंटाइन हुए जाने की अनुमति मांग रही हैं

By Rahul SharmaEdited By: Published: Sun, 02 Aug 2020 01:38 PM (IST)Updated: Sun, 02 Aug 2020 01:38 PM (IST)
Raksha Bandhan 2020 : राखी के त्योहार पर कोरोना महामारी का बंधन, अन्य राज्यों में ब्याही जम्मू की बेटियां इस बार नहीं बांध सकेगीं भाईयों की कलाई पर राखी

कठुआ, जागरण संवाददाता । कोरोना महामारी के चलते जारी लॉकडाउन के बाद अनलॉक और प्रदेश के मुख्य प्रवेश द्वार लखनपुर से अन्य राज्यों से आने वाले लोगों को क्वांरटाइन करने के बनाए गए नियम सामाजिक कार्यो को भी प्रभावित कर रहे हैं। इससे पहले शुरू में तय हुई प्रदेश के दूसरे राज्यों में शादियों को लेकर लखनपुर मॅैरिज जंक्शन बना रहा, हालांकि अब तो लोग शादी तय कोरोना वायरस के दौरान लगी पाबंदियों को मद्देनजर रखते हुए तय कर रहे हैं। वहीं अब जैसे जैसे कोरोना संकट कम होने की बजाय बढ़ता ही जा रहा है, वैसे वैसे अब अन्य सामाजिक त्योहार भी प्रभावित होने लगे हैं। जिसमें कोरोना महामारी के बीच पहली बार 3 अगस्त को रक्षाबंधन का त्योहार आ रहा है। ऐसे में लखनपुर में अन्य राज्यों से आने वाले प्रत्येक नागरिक के लिए क्वारंटाइन करने को अनिवार्य बनाए जाने के नियम के चलते जम्मू कठुआ या ऊधमपुर की पंजाब सहित अन्य राज्यों में शादी हुई महिलाएं इस बार जहां भाईओं को राखी पहनाने के लिए नहीं आ सकेगी।जो कि हर साल लखनपुर में बिना कोई रोकटोक के पंजाब ,हिमाचल, दिल्ली या हरियाणा आदि से जहां भाईओं को राखी पहनने हर साल आती थी,लेकिन अब कोरोना वायरस उन्हें भाईओं तक खुद राखाी पहनाने के लिए रोकेगा।

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हालांकि जम्मू की बेटियां जिनकी पंजाब या अन्य राज्यों में शादी हुई है,वो पिछले कुछ दिनों से अपने भाई के घर आने के लिए लखनपुर से बिना क्वारंटाइन हुए जाने की अनुमति मांग रही हैं, लेकिन प्रशासन ने अभी तक कोई ऐसा प्रावधान नहीं बनाया है जिसमें कम कम से कम बहनों को एक या दो दिन पंजाब या अन्य राज्यों से जम्मू कश्मीर में भाई को राखी बनाने की अनुमति दी जाए। पठानकोट जिला के गांव थरियाल की संतोष, जिसके कठुआ के चड़वाल क्षेत्र में चंद्रेचक में मायके हैं।

इसी तरह माधोपुर की दिक्षा ,जिसके कठुआ हीरानगर, थरियाल की राधा के सांबा, मुफारका की सुमन वाला के विजयपुर जैनी की वीना के बुद्धि और रजनी के बसतंपुर में मायके हैं,जो अपने भाई को हर साल राखी बांधने उनके घर आती थीं, लेकिन इस बार नहीं आ पायेगी,क्योंकि लखनपुर से आने पर उन्हें क्वारंटाइन होना पड़ेगा। जिससे राखी का दिन निकल जाएगा। जिससे वो परेशान हैं और वो कठुआ प्रशासन से उन्हें एक दिन का समय राखाी के लिए बिना क्वारंटाइन किए दिए जाने की मांग कर रही हैं।

ऐसा कोई प्रावधान नहीं है

अभी तक ऐसा कोई प्रावधान नहीं है कि पंजाब में शादी की गई जम्मू कीर बेटियों को राखी के दिन लखनपुर से बिना क्वारंटाइन किए इधर आने की अनुमति दी जाए और न ही सरकार ने विशेष आदेश्या जारी किया है बेहतर होगा कि जब सारे सामाजिक कार्य स्थगित हैं तो इस बार कोरोना जैसाी खतरनाक बीमारी से बचने के लिए बहने भाई के घर आकर राखी बांधने का कार्यक्रम स्थगित कर दें। कहीं ऐसा न हो कि जहां आने के चक्कर में कोरोना संक्रमित हो जाएं, इसलिए घर में रहे, सुरक्षित रहे और भाई को फाेन से राखी की शुभकानाएं देकर इस बार दूर ही रहे तो अच्छा है सभी के लिए। - ओ पी भगत डीसी कठुआ  


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