जम्मू की जेलों में फिर कोरोना विस्फोट; अंबफला जेल में 7-कोट भलवाल जेल में 3 स्टाफ कर्मी संक्रमित
जम्मू कश्मीर की जेलों में कैदियों के कोरोना संक्रमित पाए जाने का सिलसिला बहुत पुराना है। बीते वर्ष 17 मई को ऊधमपुर जेल में बंद 72 कैदी संक्रमित पाए गए थे। इसके अलावा कश्मीर के कुपवाड़ा जेल में भी 20 कैदी संक्रमित हो गए थे।
जम्मू, दिनेश महाजन : कोरोना वायरस के संक्रमण ने एक बार फिर से जम्मू की दोनों जेलों जिला जेल अंबफला और कोट भलवाल जेल में दस्तक दे दी है। बीते चौबीस घंटे के अंदर इन दोनों जेलों में सात कैदी और तीन स्टाफ कर्मी संक्रमित पाए गए है। चूंकि इन जेलों में सीमित स्थान में कैदियों और स्टाफ कर्मियों की संख्या काफी अधिक होने के चलते जेल अधिकारियों के अलावा जिला प्रशासन की चिंता को बढ़ा दिया है। बीते रविवार को जिला जेल अंबफला में 32 कैदियों की कोरोना जांच की गई। इन कैदियों में से 7 कैदी संक्रमित पाया गया।
जो कैदी संक्रमित पाए गए है उनमें दो कैदी कुछ दिन पूर्व ही अंबफला जेल में आए थे। जेल प्रशासन का कहना है नए आए कैदियों के संपर्क में आने से ही जेल के कुछ और कैदी संक्रमित हुए है। नए कैदियों के आने के चलते ही जेल प्रशासन ने स्वास्थ्य विभाग की टीमों को कैदियों की कोरोना जांच के लिए बुलाया था। वहीं, प्रदेश की सबसे संवेदनशील जेल कोट भलवाल में तैनात कर्मचारियों की जब कोरोना जांच हुई तो उनमें से तीन कर्मचारी संक्रमित पाए गए। उन तीनों स्टाफ कर्मियों को तुरंत जेल से निकाल कर आइसोलेट कर दिया गया।
जेलों में केदी पहले भी हो चुके है संक्रमित : जम्मू कश्मीर की जेलों में कैदियों के कोरोना संक्रमित पाए जाने का सिलसिला बहुत पुराना है। बीते वर्ष 17 मई को ऊधमपुर जेल में बंद 72 कैदी संक्रमित पाए गए थे। इसके अलावा कश्मीर के कुपवाड़ा जेल में भी 20 कैदी संक्रमित हो गए थे। बीते वर्ष 17 जुलाई को अंनतनाग जेल में 100 कैदी संक्रमित पाए गए थे। वर्ष 1 अक्टूबर 2020 को जम्मू जिला जेल अंबफला में कैद 54 कैदी और दो जेल कर्मी कोरोना संक्रमित पाए गए थे।
तय संख्या से अधिक कैदी जेलों में बंद है : मौजूदा समय में जिला जेल अंबफला में 650 से अधिक स्थानीय व विदेशी कैदी बंद थे। जब एक सौ के करीब स्टाफ कर्मी है। इसी प्रकार कोट भलवाल जेल में 700 से अधिक कैदी बंद है। वहां से स्टाफ की संख्या एक सौ के करीब है। इस के अलावा इन जेलों में सुरक्षा बल भी विशेष ड्यूटी पर आते है। मौजूदा समय में जम्मू की इन दोनों जेलों में कैदियों की संख्या तय संख्या से काफी अधिक है।
अब संक्रमित कैदियों को भी जेल में रखा जाएगा : बीते वर्ष तक जेल प्रशासन पुलिस द्वारा जेलों में लाए जा रहे कैदियों की कोरोना जांच करवाता था। यदि कैदी संक्रमित पाया जाता था तो उसे जेल प्रशासन जेल में एंट्री नहीं देता था। पुलिस संक्रमित कैदी को तब तक अपने पास ही रखती थी जब तक वह ठीक नहीं होता था। लेकिन मौजूदा समय में यदि कैदी संक्रमित भी है तो उसे अब जेल प्रशासन को अपने पास ही अलग बैरक में रखना होगा। जेल प्रशासन संक्रमित कैदी को अपना यहां रखने से इंकार नहीं कर सकता।