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Chhath Pooja 2021 : नहायखाय कल, बड़ी ब्राह्मणा के सिडको मैदान में कराया घाट का निर्माण, तैयारियों को दिया जा रहा अंतिम रूप

रविवार को बड़ी ब्रह्मणा के सिडको मैदान में बड़े घाट का निर्माण किया गया। इससे पूर्व सुबह सात बजे छठ पूजा समिति के सेवादारों की अहम बैठक हुई। इसमें छठ महोत्सव की तैयारियों को अंतिम रूप देने को लेकर विचार-विमर्श किया गया।

By Lokesh Chandra MishraEdited By: Published: Sun, 07 Nov 2021 04:57 PM (IST)Updated: Sun, 07 Nov 2021 05:00 PM (IST)
करीब सौ फुट लंबे और आठ फुट चौड़े इस जलाशय में सैकड़ों व्रती एक साथ सूर्य उपासना कर सकती हैं।

जम्मू, जेएनएन : मुख्य रूप से बिहार और उत्तर प्रदेश के पूर्वांचल के सबसे बड़े त्योहार में शुमार चार दिवसीय छठ पूजनोत्सव कल से शुरू हो जाएगा। सोमवार को नहाय-खाय है। इसे कद्दू-भात भी कहा जाता है। मंगलवार को खरना होगा और फिर बुधवार 10 नवंबर को डूबते हुए सूर्य को अर्घ्य अर्पित किया जाएगा और 11 नवंबर यानी वीरवार को उगते हुए सूर्य को अर्घ्य अर्पित कर त्योहार का समापन किया जाएगा। सूर्य उपासना के महापर्व छठ को महोत्सव के रूप में मनाने के लिए श्री महाशक्ति दुर्गा पूजा समिति ने तत्काल छठ पूजा समिति बनाई और सेवादारों को महोत्सव के लिए जिम्मेदारी सौंपी गई।

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रविवार को बड़ी ब्रह्मणा के सिडको मैदान में बड़े घाट का निर्माण किया गया। इससे पूर्व सुबह सात बजे छठ पूजा समिति के सेवादारों की अहम बैठक हुई। इसमें छठ महोत्सव की तैयारियों को अंतिम रूप देने को लेकर विचार-विमर्श किया गया। समिति के संरक्षक एके गुप्ता के निर्देशन में हुई बैठक की अध्यक्षता करते हुए संतोष प्रधान और दिलिप प्रधान ने सेवादारों को महोत्सव की जिम्मेदारी सौंपी। उसके बाद त्योहार के लिए सबसे अहम जरूरतों में एक साफ-सुथरा व सुंदर जलाशय यानी घाट निर्माण का काम शुरू किया गया। जेसीबी मशीन से मैदान में तत्कालिक जलाशय बनवाया गया। करीब सौ फुट लंबे और आठ फुट चौड़े इस जलाशय में सैकड़ों व्रती एक साथ खड़े होकर सूर्य उपासना कर सकती हैं।

डाली और व्रतियों को घाट तक लाने और छोड़ने के लिए मुफ्त गाड़ी व्यवस्था : छठ पूजा करने वाले दूसरे राज्यों के लोग बड़ी ब्राह्मणा और जम्मू के विभिन्न इलाकों में रहते हैं। लिहाजा बैठक में छठ पूजा समिति ने फैसला किया कि दूर रहने वाले व्रतियों और डालियों को घाट तक लाने और छोड़ने की मुफ्त व्यवस्था समिति करेगी। इसके लिए लोग समिति से संपर्क कर सकते हैं। समिति के संरक्षक एके गुप्ता ने कहा कि हर साल नहर में पानी छोड़वाने में मशक्कत करनी पड़ती है। नहर की सफाई सुनिश्चित करना भी बड़ी चुनौती होती है, लिहाजा मनोनुकूल सफाई व्यवस्था के साथ एक जगह उत्साह से छठ पूजा महोत्सव मनाने की परंपरा पिछले साल 2020 से शुरू की गई है।

जरूरतमंदों को छठ महोत्सव में मदद करेगी समिति : छठ पूजा समिति ने यह भी फैसला किया है कि यदि किसी जरूरतमंद को छठ पूजा करने में आर्थिक परेशानी आ रही है तो उनकी मदद की जाएगी। वे समिति से संपर्क कर सकते हैं। समिति ने इसके लिए 9419117832 और 9419166978 नंबर सार्वजनिक किया है। यहां महोत्सव में हिस्सा लेने के लिए या डाली रखने के लिए किसी से कोई पैसा नहीं लिया जा रहा है। कोई चंदा नहीं किया जा रहा है। सिर्फ संपन्न लोग स्वैच्छिक दान दे रहे हैं। समिति के संरक्षक एके गुप्ता ने कहा कि छठ पूजा को महाउत्सव के रूप में मनाने की कोशिश समिति की ओर से किया जा रहा है। इससे विभिन्न औद्योगिक इकाइयों में काम करने वाले कर्मचारियों और श्रमिकों को अकेलापन का एहसास नहीं होगा।


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