तारबंदी के पार से हथियार फेंकने की साजिश, बीएसएफ अलर्ट
राज्य ब्यूरो जम्मू सुरक्षाबलों के करारे प्रहार से आतंकी हताश और पाकिस्तान बौखलाया हुआ
राज्य ब्यूरो, जम्मू : सुरक्षाबलों के करारे प्रहार से आतंकी हताश और पाकिस्तान बौखलाया हुआ है। हालत यह है कि कश्मीर में सक्रिय आतंकी इस समय हथियारों की कमी से जूझ रहे हैं। इस बीच, सीमा सुरक्षा बल को पुख्ता सूचना मिली है कि आतंकी संगठन जमात-उल-दावा पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आइएसआइ के साथ मिलकर जम्मू में अंतरराष्ट्रीय सीमा से सटे किसी इलाके में तारबंदी के पार से हथियार फेंकने की साजिश रच रहा है। इस साजिश को नाकाम बनाने के लिए सीमा सुरक्षा बल ने भी अंतरराष्ट्रीय सीमा पर सुरक्षा ग्रिड को और पुख्ता बना दिया है।
सोमवार देर रात को सांबा सेक्टर में आतंकियों की घुसपैठ की साजिश को नाकाम बनाने वाली सीमा सुरक्षा बल दुश्मन के हथियार फेंकने के मंसूबे को भी नाकाम बनाने की कार्रवाई में जुट गई है। सीमा सुरक्षा बल ने अपनी सभी बटालियन को चप्पे-चप्पे को खंगाल कर ऐसी किसी भी साजिश को नाकाम बनाने की हिदायत दी है। मंगलवार को सीमा सुरक्षाबल के जवानों ने जम्मू संभाग के कठुआ, सांबा व जम्मू जिले के सीमांत इलाकों में तलाशी अभियान चलाकर तारबंदी से सटे इलाकों को खंगाला। यह मुहिम आगे भी जारी रहेगी।
जम्मू के आरएसपुरा सेक्टर में सीमा सुरक्षा बल की 16वीं बटालियन ने सीमांत चौकी मकवाल फावर्ड से सीमांत चौकी जितेन्द्र तक सीमा के 18 किलोमीटर के इलाके को खंगाला। ऐसी सूचना है कि इस इलाके में भी सीमा पार से हथियार फेंकने की कोशिश हो सकती है। इसी के चलते बटालियन के कमांडेंट संजय कुमार के नेतृत्व में करीब 500 अधिकारियों व जवानों ने तलाशी अभियान चलाया। इस दौरान सीमावर्ती इलाके की गहनता के साथ तलाशी ली गई। तारंबदी से आगे अंतरराष्ट्रीय सीमा पर भी तलाशी अभियान चलाया। इस दौरान कोई संदिग्ध वस्तु नहीं मिली।
जम्मू में अंतरराष्ट्रीय सीमा पर इस वर्ष जून में आइएसआइ ने हीरानगर के पानसर इलाके में चीनी ड्रोन के जरिए सीमा पार से हथियार फेंकने की कोशिश की थी। सीमा प्रहरियों ने इस ड्रोन को मार गिराया था। ये हथियार जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी अली भाई के लिए भेजे गए थे। जम्मू के साथ पंजाब में भी हथियार फेंकने की कोशिशों को ध्यान में रखते हुए सीमा प्रहरियों ने चौकसी के स्तर को बढ़ा दिया है। हाल ही में जम्मू-श्रीनगर हाईवे पर जवाहर सुरंग के पास हथियारों संग पकड़े ट्रक के बारे में भी कहा जाता है कि उसमें सवार आतंकियों को सांबा सेक्टर के पास ही किसी कार चालक ने हथियार सौंपे थे, जिन्हें कश्मीर ले जाया जा रहा था।