आरएसपुरा और सांबा सेक्टर में ड्रोन हमले की साजिश, खुफिया सूचना के बाद अंतरराष्ट्रीय सीमा पर हाई अलर्ट
खुफिया सूचना के बाद अंतरराष्ट्रीय सीमा पर हाई अलर्ट पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आइएसआइ ने रची नई साजिश
जम्मू, राज्य ब्यूरो। जम्मू में अंतरराष्ट्रीय सीमा (आइबी) पर घुसपैठ और ड्रोन से हथियार व नशीले पदार्थ फेंकने में नाकाम रहने के बाद पाकिस्तान ने अब ड्रोन से बम हमले करने की साजिश रची है। सीमा पार से जम्मू जिले के सीमावर्ती आरएसपुरा व सांबा सेक्टरों में सुरक्षाबलों के ठिकानों पर ड्रोन से हमले हो सकते हैं।
सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) की खुफिया शाख को मिल रही ऐसी सूचनाओं के बाद जम्मू में 192 किलोमीटर लंबी सीमा पर दुश्मन के मंसूबों को नाकाम बनाने के लिए प्रबंधों को और पुख्ता कर दिया गया है। सीमा सुरक्षा बल ने खुफिया सूचना को सेना और अन्य सुरक्षाबलों के साथ भी साझा किया है कि पाकिस्तानी की खुफिया एजेंसी आइएसआइ हताश हो चुके देशविरोधी तत्वों में नई जान फूंकने के लिए कुछ बड़ा करने की सोच रही है। मौजूदा समय में बरसात के मौसम में पाकिस्तान की ओर से घुसपैठ की कोशिशें पहले से जारी हैं। ऐसे में जम्मू सेक्टर में सीमा सुरक्षाबल भी हाई अलर्ट पर है। पंजाब में सीमा सुरक्षा बल ने भी गत दिवस ऐसी ही एक कोशिश को नाकाम कर पांच घुसपैठिओं को मार गिराकर एक बड़ी उपलब्धि हासिल की है।
इससे पहले इसी साल जून महीने में भी सीमा सुरक्षाबल ने जम्मू के हीरानगर सेक्टर में हथियार लेकर आए पाकिस्तानी ड्रोन को मार गिराया था। इससे पहले भी जम्मू क्षेत्र में जासूसी करने के लिए भारतीय क्षेत्र में आए पाकिस्तान के ड्रोन मार गिराए गए हैं।
काउंटर ड्रोन सिस्टम स्थापित करने की दिशा में काम तेज :
अंतरराष्ट्रीय सीमा पर काउंटर ड्रोन सिस्टम स्थापित करने की दिशा में गृह मंत्रालय की कार्रवाई भी तेज हो गई है। काउंटर ड्रोन सिस्टम स्थापित होने से राडार पर दुश्मन के ड्रोन को देखकर समय रहते रेडियो फ्रिक्वेंसी से उसका सिग्नल जाम कर उसे गिराना संभव होगा। पिछले कुछ समय से सीमा पार पाकिस्तानी ड्रोन की गतिविधियों में भी तेजी आई है।
हर साजिश को नाकाम बनाने सीमा प्रहरियों का हौंसला बुंलद :
सीमा सुरक्षा बल के एक वरिष्ठ अधिकारी ने दैनिक जागरण को बताया कि ऐसे पुख्ता संकेत मिल रहे हैं कि दुश्मन अपनी नाकाप हरकतों को अंजाम देने के लिए नए तरीके तलाश रहा है। घुसपैठ पर अंकुश लगने के बाद उसने ड्रोन की मदद से आतंकवादियों तक हथियार पहुंचाने की कोशिश भी की है। ऐसे में हमें पूरा अंदाजा है कि दुश्मन क्या हथकंडे अपना सकता है। सीमा पार से किसी भी प्रकार की साजिश को नाकाम बनाने के लिए इस समय सीमा प्रहरियों का हौंसला बुंलद है।