DDC Election: जिला विकास परिषद के चुनावों के लिए कांग्रेस कर रही उम्मीदवारों के नाम पर मंथन
पार्टी के लिए एक मुद्दा नेशनल कांफ्रेंस के प्रधान डा. फारूक अब्दुल्ला का वह बयान भी शामिल हैजिसमें उन्होंने कहा था कि कांग्रेस भी पीपुल्स एलांयस फार गुपकार डिक्लेरेशन के साथ चुनाव लड़ेगी। अभी कांग्रेस ने इस पर कुछ भी स्पष्ट नहीं किया है।
जम्मू, राज्य ब्यूरो: जिला विकास परिषद के चुनावों के लिए भारतीय जनता पार्टी ने अपने उम्मीदवारों की पहली सूची जारी कर दी है। वहीं कांग्रेस भी अपने उम्मीदवारों को लेकर मंथन कर रही है। मगर कांग्रेस अभी इस दुविधा में भी फंसी हुई है कि वह चुनाव अकेले लड़े या फिर अन्य राजनीतिक दलों के साथ मिलकर लड़ें। बहरहाल पार्टी इन दिनों ब्लाक स्तर से उम्मीदवारों के चयन की समीक्षा कर रही है।
जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने के बाद यह पहला चुनाव है। इस बार कांग्रेस का भी पूरा प्रयास है कि वह जम्मू और कश्मीर दोनों ही जगहों पर अपना खोया हुआ जनाधार हासिल करें। इसीलिए कांग्रेस जिला विकास परिषद के चुनावों के माध्यम से अपने जमीनी स्तर के नेताओं को टिकट देकर चुनावों में उतारना चाहती है। एक दिन पहले ही पीडीपी छोड़ने वाले तीन वरिष्ठ नेताओं पूर्व सांसद त्रिलोक सिंह बावजा, वेद महाजन और वफा को भी कांग्रेस में शामिल किया गया है। उससे भी कुछ क्षेत्रों में कांग्रेस को फायदा पहुंच सकता है।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीए मीर का कहना है कि जिला विकास परिषद चुनाव के लिए प्रदेश कांग्रेस कमेटी जमीन से जुड़े कार्यकर्ताओं को उम्मीदवार बनाएगी। इसके लिए ब्लाक स्तर से ही उम्मीदवारों की जानकारी ली जा रही है। अगर पार्टी के कुछ पूर्व विधायक या वरिष्ठ नेता भी चुनाव लड़ना चाहते हैं तो उन्हें भी अवसर दिया जाएगा। वहीं कांग्रेस इस बार युवाओं को भी इन चुनावों में उतारने की तैयारी में है। मगर पार्टी के लिए एक मुद्दा नेशनल कांफ्रेंस के प्रधान डा. फारूक अब्दुल्ला का वह बयान भी शामिल हैजिसमें उन्होंने कहा था कि कांग्रेस भी पीपुल्स एलांयस फार गुपकार डिक्लेरेशन के साथ चुनाव लड़ेगी। अभी कांग्रेस ने इस पर कुछ भी स्पष्ट नहीं किया है। पार्टी अभी इस पर चर्चा ही कर रही है।
पार्टी की जम्मू-कश्मीर प्रभारी रजनी पाटिल के साथ भी इस मुद्दे पर चर्चा हो रही है। कांग्रेस कसे यह डर सता रहा है कि कश्मीर केंद्रित दलों के साथ चुनाव लड़ने से उसे कहीं नुकसान न होगा। इसीलिए अभी पार्टी फुंक-फुंक कर कदम रख रही है। आने वाले कुछ दिनों में यह स्पष्ट हो जाएगा कि कांग्रेस अकेले लड़ती है या फिर अन्य दलों के साथ मिलकर।